करतारपुर कॉरिडोर से आतंकियों का घुसपैठ कराना चाहती है ISI? खुफिया एजेंसियां सतर्क

कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू ने शुक्रवार (7 सितंबर) को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दावा किया कि पाकिस्तान सिखों के प्रसिद्ध तीर्थ स्थल करतारपुर कॉरिडोर को खोलने पर विचार कर रहा है। सिद्धू के दावे पर एक अंग्रेजी समाचार चैनल ने कहा कि पाकिस्तान करतारपुर कॉरिडोर के जरिये आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देना चाहता है। समाचार चैनल द रिपब्लिक की इनवेस्टीगेशन एडीटर ने दावा किया कि उनके हाथ खुफिया ब्यूरों के सूत्रों से ऐसी जानकारियां लगी हैं जिनके मुताबिक पाकिस्तान करतारपुर कॉरिडोर का इस्तेमाल इलाके में आतंकवादी गतिविधियों के लिए कर सकता है और सिद्धू को पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई मोहरे के तौर पर इस्तेमाल कर रही है। चैनल के मुताबिक पाकिस्तान पिछले तीन दशकों से इस कॉरिडोर को खोलना चाहता है लेकिन भारत इसके खिलाफ रहा है। इस रूट के खुलने से भारत और पाकिस्तान में खालिस्तान आतंकवादी और उनके समर्थकों के लिए मेल-मुलाकात का जरिया मिल जाएगा। पाकिस्तान दो वर्षों से इस कोशिश में है कि मादक पदार्थों और हथियारों की तस्करी के लिए रास्ता मिले, इस रूट से उसको यह जरिया भी मिल जाएगा। भारतीय सेना ने जम्मू-कश्मीर और पूर्वोत्तर में बहुत से घुसपैठ के रास्तों को बंद किया है, इसलिए पाकिस्तान इस रूट को खोलने के लिए बेकरार हो रहा है।

बता दें कि पिछले दिनों इमराम खान के पीएम शपथ ग्रहण समारोह में बतौर मेहमान शामिल हुए नवजोत सिंह सिद्धू पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा से गले मिलने के कारण आलोचकों के निशाने पर आ गए थे। भारत आकर सिद्धू ने मीडिया के सामने सफाई भी दी थी और बाजवा से गले मिलने को भावुक पल की घटना बताया था। सिद्धू ने कहा था कि बाजवा उनके पास आकर बोले के पाकिस्तान करतारपुर साहिब के दरवाजे खोलने पर विचार कर रहा है और उन्हें गले लगा लिया। शुक्रवार की सिद्धू की प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद उनके बाजवा से गले मिलने की घटना को ‘हग डिप्लोमेसी’ कहा जाने लगा। हालांकि, पाकिस्तान की तरफ से करतारपुर कॉरिडोर खोलने का किसी तरह का आधिकारिक बयान नहीं आया है।

बता दें कि पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह भी इस प्रयास में देख गए हैं कि पाकिस्तान कॉरिडोर को खोले। वह विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से पाकिस्तान की सरकार से श्री गुरुनानक देव की 550वीं जयंती पर करतारपुर के ऐतिहासिक गुरुद्वारा साहिब में श्रद्धालुओं के प्रवेश की इजाजत के लिए हस्तक्षेप करने की मांग भी कर चुके हैं। कहा जाता है कि इस जगह पर श्री गुरुनानक देव जी ने अंतिम सांस ली थी। श्री गुरुनानक देव जी की 550वीं जयंती नवंबर 2019 में मनाई जाएगी।

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