पुलिस ने किया अंतर्राज्यीय हथियार तस्कर गिरोह का भंडाफोड़, सेना का रिटायर आरोपी बनता था AK-47
बिहार पुलिस ने एक अंतर्राज्यीय हथियार तस्कर गिरोह का भंडाफोड़ किया है। ये गिरोह मध्य प्रदेश में जबलपुर के हथियार डिपो से बेकार एके-47 की चोरी करवाता था। इसके बाद एक रिटायर्ड सैनिक एके-47 को दोबारा ठीक करके इसे मुंगेर के हथियार तस्करों को सप्लाई करता था। इस काम के एवज में फौजी को 4.5 लाख से लेकर 5 लाख रुपये तक मिलते थे। गिरोह ने अब तक करीब 60 से 70 एके-47 की डिलीवरी आतंकवादियों और नक्सलियों को दी है। पुलिस ने इस गिरोह के जुड़े कई लोगों को 3 एके-47 और अन्य हथियारों के साथ दबोचा है।
मीडीया रिपोर्ट के अनुसार मुंगेर के एसपी बाबूराम ने एएनआई को बताया,” मुंगेर पुलिस ने 30 अगस्त को जमालपुर के जुबली वेल चौक से तीन एके-47 रायफलों के साथ इमरान को गिरफ्तार किया था। पुलिस से पूछताछ में उसने बताया कि इन हथियारों की डिलीवरी उसे मध्य प्रदेश के जबलपुर के पुरुषोत्तम लाल रजक ने दी थी। वह लोकमान्य तिलक एक्सप्रेस से जमालपुर आया था।”
बिहार पुलिस ने ये जानकारी मध्य प्रदेश पुलिस के साथ साझा की। इसके बाद मध्य प्रदेश पुलिस ने पुरुषोत्तम लाल रजक, उसकी पत्नी चंद्रावती देवी और बेटे शीलेन्द्र को भी गिरफ्तार कर लिया। पुरुषोत्तम ने पूछताछ में पुलिस को बताया कि उसने एक बैग मुंगेर के इमरान और दूसरा बैग शमशेर को दिया था। पुलिस ने पुरुषोत्तम लाल रजक के पास से पांच प्रतिबंधित बोर के कारतूस, रायफल सुधारने के उपकरण, 6 लाख रुपये की नकदी और इनोवा, इंडिका कार बरामद की है।
एसपी ने बताया,”मध्य प्रदेश पुलिस से मिली सूचना के आधार पर एसटीएफ के विशेष जांच ग्रुप और मुंगेर पुलिस ने मुफस्सिल थाना क्षेत्र के बरदह गांव में 15 घंटे तक छापेमारी की। ये छापेमारी पुलिस ने शमशेर आलम उर्फ वीरू और बहन रिजवाना बेगम के घर पर की थी। यहां से पुलिस को तीन एके-47 के अलावा, एके-47 की खाली मैगजीन, एक सिंगल बैरल बंदूक और एक डबल बैरल बंदूक का बट मिले हैं। पुलिस ने उन्हें भी गिरफ्तार किया है।” सूत्रों के मुताबिक, पुलिस को सूचना मिली थी कि शमशेर के घर 1000 राउंड कारतूस भी हैं। लेकिन 15 घंटे की छापेमारी के बाद भी वह बरामद नहीं किए जा सके।
पुलिस के मुताबिक, आरोपी पुरुषोत्तम लाल, 506 आर्मी बेस वर्कशॉप में सेना के आर्मरर के पद पर तैनात था। वहां पर पुरुषोत्तम एके-47 सुधारने का काम करता था। साल 2008 में रिटायर होने के बाद पुरुषोत्त्म लाल रजक ने आर्मी से रिटायर हुए अपने साथी आर्मरर मुंगेर के रहने वाले नियाजुल हसन के जरिए इमरान और शमशेर से संपर्क किया।
Bihar: Police arrested a man (in white vest) y'day&seized three AK-47 rifles from him in Munger. SP Munger says 'We have names of a few people. We'll investigate&take action. There's a gang&we suspect weapons have reached several people. Some weapons have also reached the naxals' pic.twitter.com/A9Rqw7bvsL
— ANI (@ANI) September 8, 2018
पुलिस ने बताया कि पुरुषोत्तम लाल ने रक्षा मंत्रालय के सेंट्रल ऑर्डिनेंस डिपो में तैनात सुरेश ठाकुर नाम के अधिकारी की मदद ली। सुरेश के पास एके-47 सहित कबाड़ हो चुके कई खतरनाक हथियारों को गोदाम में रखने की जिम्मेदारी थी। सुरेश ठाकुर अपनी गाड़ी में बेकार हो चुकी AK-47 के पुर्जे चुराकर पुरुषोत्तम को देता था। शातिर पुरुषोत्तम रजक इसे वापस ठीक कर दिया करता था। एक एके-47 के बदले पुरुषोत्तम को 4.5 लाख रुपये से लेकर 5 लाख रुपये तक मिला करते थे।
एके-47 बेचकर पुरुषोत्तम लाल ने काली कमाई का अकूत साम्राज्य खड़ा कर लिया था। पुलिस को उसके ठिकानों सेे लाखों की नकदी, प्रतिबंधित बोर के कारतूस, रायफल सुधारने के उपकरण, कारों के अलावा महंगी शराब की बोतलें और कई संपत्तियों के कागजात भी मिले हैं। घटना की सूचना एनआईए, आईबी, आर्मी इंटेलिजेंस और एटीएस को दी गई है।