झारखंड और बंगाल की पटाखा फैक्ट्रियों में आग से 8 मरे, 45 लोग घायल
दीवाली को ध्यान में रखते हुए लोग पटाखे बनाने की तैयारियों में जुट गए है और देश में कई जगह ऐसी है जहां पर गैरकानूनी तरीके से पटाखे बनाने का कारोबार किया जाता है। इन गैरकानूनी पटाखों की फैक्टरियों में सुरक्षा के इंतजाम नहीं होते जिसके कारण बड़ा हादसा हो जाता है। ताजा मामला झारखंड और बंगाल का है जहां पर पटाखों की फैक्टरी में आग लग जाने के कारण एक बड़ा हादसा हुआ है। यह मामला कुमारडुबी का है जहां पर फैक्टरी में आग लग जाने से आठ लोगों की जान चली गई है और करीब 25 लोग घायल हो गए हैं। घायलों को इलाज के लिए पास के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बंगाल की बात करें तो उत्तर 24 परगना जिले के अमडंगा में एक पटाखे की फैक्ट्री में आग लग जाने से 20 लोग घायल हो गए हैं। आग पर काबू पाने के लिए मौके पर ब्रिगेड की गाड़ियां पहुंची है। फिलहाल अभी यह नहीं पता चल पाया है कि आग कैसे लगी। मौके पर पहुंची पुलिस मामले की जांच कर रही हैं।
झारखंड की पटाखा फैक्टरी में लगी आग की जानकारी देते हुए पुलिस के एक उच्च अधिकारी ने बताया कि फैक्टरी में गैरकानूनी तरीके से ज्यादा मात्रा में पटाखे रखे हुए थे। आग लगने के बाद एक दीवार गिर गई जिसके नीचे दबकर 8 लोगों की मृत्यु हो गए। घटसिला के एसडीओ अरविंद कुमार लाल ने बताया कि फैक्टरी में न केवल गैरकानूनी तरीके से पटाखे रखे जाते थे बल्कि फैक्टरी में गैरकानूनी तरीके से पटाखे बनाने का भी काम होता था। यह हादसा उस समय हुआ जब फैक्टरी के पास बनी मार्केट में कई लोग खरीददारी करने के लिए पहुंचे थे। इस हादसे में फैक्टरी के मालिक की मां की भी जान गई है। इस हादसे की सूचना मिलते ही स्थानीय बीजेपी सांसद बिद्युत बरन महतो घटनास्थल पर पहुंचे।
उन्होंने कहा कि हमने इस घटना की जानकारी मुख्यमंत्री रघुबर दास को भी दी है और स्थानीय प्रशासन को निर्देश दिए गए हैं कि वे घायलों को अच्छी से अच्छी मेडिकल सुविधा मुहैया कराएं। महतो ने कहा कि मुख्यमंत्री द्वारा उन्हें निश्चिंत किया गया है कि वे मृतकों के परिजनों को मुआवजे के तौर पर 2 लाख रुपए और घायलों को 50 हजार रुपए देंगे। फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुट गई है और गैरकानूनी तरीके से इस फैक्टरी को चलाने वाले इसके मालिक को हिरासत में लेने की तैयारी कर रही है।