मध्य प्रदेश : अब कांग्रेस को जय आदिवासी युवा शक्ति (जयस) आदिवासी दल ने दिया गठबंधन पर अल्टीमेटम
भोपाल: मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले गठबंधन को लेकर जारी सियासी उठापटक खत्म होने का नाम नहीं ले रही है. बीएसपी ने हाल ही में कांग्रेस को दांव देते हुए 22 विधानसभा सीटों पर अपने प्रत्याशियों की घोषणा कर दी. समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने भी कहा था कि एक विचारधारा के लोगों को साथ लाने का काम कांग्रेस को करना है. यह कहकर उन्होंने गठबंधन की गेंद कांग्रेस नेतृत्व के पाले में डाल दी थी. इन सबके बीच राज्य में तेजी से उभर रही जय आदिवासी युवा शक्ति (जयस) पार्टी ने भी कांग्रेस को अल्टीमेटम दे दिया है.
जयस के राष्ट्रीय अध्यक्ष हीरालाल अलावा ने कांग्रेस को गठबंधन पर चेतावनी जारी करते हुए कहा कि अगर गठबंधन पर कांग्रेस 2 अक्टूबर तक कोई निर्णय नहीं लेती है, तो हम विधानसभा चुनाव के लिए अपने प्रत्याशियों की घोषणा कर देंगे. हीरालाल ने कहा कि अगर कांग्रेस की ओर से कोई जवाब नहीं आता है, तो जयस मध्य प्रदेश की 80 विधानसभा सीटों पर अपने प्रत्याशियों की घोषणा कर देगी. गौरतलब है कि 230 विधानसभा सीटों वाले मध्य प्रदेश में इस साल के अंत में विझानसभा चुनाव होने हैं. बता दें कि गठबंधन को लेकर हीरालाल अलावा ने कांग्रेस महसचिव दीपक बाबरिया से मार्च में मुलाकात भी की थी.
मध्य प्रदेश विधानसभा की करीब 47 सीटों पर आदिवासी वर्ग का बोलबाला है. 2003 के विधानसभा चुनावों से पहले तक इन सीटों पर कांग्रेस के उम्मीदवार जीत दर्ज करते आए हैं. लेकिन, 2003 के विधानसभा के चुनावों में समीकरण बदल गए. कांग्रेस के इस गढ़ में बीजेपी सेंध लगाने में कामयाब रही. बीजेपी ने आदिवासी बाहुल्य वाली अधिकांश सीटों पर जीत दर्ज की. 2008 और 2013 के मध्य प्रदेश विधानसभा चुनावों में आदिवासी इलाकों से बीजेपी का विजय अभियान लगातार जारी रहा. बीते चुनावों की बात करें तो कांग्रेस आदिवासी बाहुल्य इलाकों के अंतर्गत आने वाली महज 15 सीटों पर ही जीत दर्ज कर सकी. 2018 के मध्य प्रदेश विधान सभा चुनावों में कांग्रेस अपने पुराने गढ़ में एक बार फिर वापसी करना चाहती है. लिहाजा, उसने आदिवासी बाहुल्य इलाकों में प्रभाव रखने वाले राजनैतिक दलों के साथ गठबंधन करने का फैसला किया है.