पाकिस्तान हुआ कंगाल, PM इमरान खान ने IMF के सामने फैलाया हाथ
इस्लामाबाद: पाकिस्तान ने देश के अंदर बढ़ते भुगतान संतुलन संकट से निपटने की खातिर ‘बेलआउट पैकेज’ के लिए अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) का रूख करने की सोमवार को घोषणा की. पाकिस्तान ने शुरूआती हिचकिचाहट और विलंब के बाद यह कदम उठाने की घोषणा की. आईएमएफ से संपर्क करने का निर्णय पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने लिया है. हालांकि, खान ने देश की अर्थव्यवस्था को सहायता पहुंचाने के लिए इस तरह के कदमों का अतीत में विरोध किया था.
वित्त मंत्री असद उमर ने बताया कि विचार विमर्श के प्रधानमंत्री द्वारा इस फैसले को मंजूरी दिए जाने के बाद आईएमएफ से बातचीत शुरू की जाएगी.
मालूम हो कि इसी साल 31 मई को आई रिपोर्ट में कहा गया था कि पाकिस्तान का विदेशी मुद्रा भंडार लगातार खाली हो रहा है. एक आंकड़े के मुताबिक, पाकिस्तान के पास अब सिर्फ 10.3 अरब डॉलर यानी 69,504 करोड़ रुपए का ही विदेशी मुद्रा भंडार है. पिछले साल मई में यह 16.4 अरब डॉलर यानी 1,10,667 करोड़ रुपए था.