Youth Olympic: मनु भाकर के बाद अब सौरभ चौधरी ने दिलाया भारत को गोल्ड
ब्यूनसआयर्स: यूथ ओलंपिक में भारतीय निशानेबाजों को बेहरतरीन प्रदर्शन जारी है. अब मनु भाकर के बाद सौरभ चौधरी ने भारत के लिए गोल्ड पर निशाना लगाया है.सौरभ चौधरी ने युवा ओलंपिक खेलों में बुधवार को यहां पुरूषों की दस मीटर एयर पिस्टल में गोल्ड मेडल जीता जिससे भारतीय निशानेबाजी टीम इस प्रतियोगिता में अब तक का अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के साथ अपने अभियान का अंत किया. सोलह साल के चौधरी ने 244.2 अंक बनाये और वह दक्षिण कोरिया के सुंग युन्हो (236.7) से आगे रहे. स्विट्जरलैंड के सोलारी जैसन ने 215.6 अंक बनाकर कांस्य मेडल जीता.
भारतीय खिलाड़ी ने आठ निशानेबाजों के बीच चले फाइनल में दस और इससे अधिक के 18 स्कोर बनाए. एशियाई खेल और जूनियर आईएसएसएफ विश्व चैंपियनशिप के गोल्ड मेडल विजेता चौधरी क्वालीफाईंग में 580 अंक लेकर शीर्ष पर रहे थे. चौधरी से पहले कल 16 वर्षीय मनु भाकर ने महिलाओं की पिस्टल स्पर्धा में गोल्ड मेडल जीता था.
शुरू में दस से कम के चार स्कोर बनाने के बावजूद चौधरी ने बढ़त कायम रखी तथा 10.7, 10.4, 10.4 और 10.0 के स्कोर के साथ अपना दबदबा बनाया. इस बीच उन्हें जैसन और युन्हो से चुनौती भी मिली. पहले जैसन आगे थे लेकिन युन्हो ने उन्हें पीछे छोड़ दिया. भारतीय निशानेबाज ने हालांकि इस बीच अपनी बढ़त बरकरार रखी थी.
चार दिन में यह चौथी बार हुआ है जबकि भारत का कोई निशानेबाज पोडियम तक पहुंचा. चौधरी और मनु भाकर ने गोल्ड मेडल जीते जबकि शानु माने और मेहुली घोष रजत मेडल जीतने में सफल रहे. चौधरी ने पिछले महीने 52वीं आईएसएसएफ विश्व निशानेबाजी चैंपियनशिप में एयर पिस्टल जूनियर पुरूष वर्ग में नये विश्व रिकार्ड के साथ गोल्ड मेडल जीता था. इसके बाद वह एशियाई खेलों के इतिहास में गोल्ड मेडल जीतने वाले पांचवें भारतीय निशानेबाज बने थे.
इससे पहले मंगलवार को ही मनु भाकर ने यूथ ओलंपिक में महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल में गोल्ड मेडल जीता. यह इन खेलों में शूटिंग में भारत का पहला गोल्ड था. 16 साल की मनु इन खेलों में भारत की फ्लैगबियरर थीं. वे वर्ल्ड कप और कॉमनवेल्थ गेम्स में भी गोल्ड मेडल जीत चुकी हैं.
हरियाणा की मनु भाकर ने 236.5 अंक बनाकर गोल्ड मेडल हासिल किया. भाकर 576 अंक बनाकर क्वालीफाइंग राउंड में टॉप पर रही थीं. रूस की इयाना इनिना ने 235.9 अंक के साथ सिल्वर और निनो खुत्सबरिद्ज ने ब्रॉन्ज मेडल जीता. इस जीत के साथ ही मनु भाकर ने एशिन गेम्स की निराशा को पीछे छोड़ दिया.