गुरुग्राम: जज की पत्नी और बेटे के मर्डर केस में मिला क्लू
नई दिल्ली: गुरुग्राम में 13 अक्टूबर को जज की पत्नी और बेटे की गोली मारकर हत्या करने के मामले में नया खुलासा हुआ है. पुलिस को आरोपी महिपाल के फेसबुक से कुछ ऐसे सुबूत मिले हैं, जिसको देखकर इस बात के कयास लगाए जा रहे हैं कि इस मर्डर की प्लानिंग पहले से ही की जा चुकी थी.
जज की पत्नी और बेटे की हत्या करने से कुछ दिनों पहले ही महिपाल ने अपने फेसबुक पर एक पोस्ट डाला था. इस पोस्ट में एक पन्ने पर एक साइड में चार और दूसरी साइड में 7 डॉट बने हुए है. इन सभी डॉट्स के आगे अंग्रेजी का एक शब्द लिखा हुआ है. खास बात ये है कि एक जगह पर चार डॉट है जिसमें ऐसा लग रहा की किसी का नाम लिखा है लेकिन उसे फिर पेन से काट दिया है, जिससे कुछ समझ नहीं आ रहा. ऐसे में पुलिस इसे डिकोड करने की कोशिश कर रही है ताकि ये पता चल सके कि क्या उसने इन्हें मारने की पहले से प्लानिंग कर रखी थी और उसके दिमाग मे चल क्या रहा था.
पुलिस को आशंका है कि आरोपी ने कोड वर्ड में जज की पत्नी और बेटे का नाम लिखा था. हालांकि किसी भी अधिकारी ने अब तक इन डॉट्स के पीछे क्या रहस्य है इसका खुलासा नहीं किया है. फिलहाल पुलिस सभी पहलूओं की जांच कर इस बात का पता लगाने की कोशिश कर रही है कि आखिरकार आरोपी ने दोनों की हत्या क्यों की.
गुड़गांव के भीड़ – भाड़ वाले एक बाजार में निजी सुरक्षा गार्ड के कथित रूप से गोली मारने के बाद घायल हुई एक न्यायाधीश की पत्नी की मौत हो गई थी, जबकि उनके 18 वर्षीय पुत्र को ‘‘ब्रेन डेड’’ घोषित कर दिया गया है. अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश कृष्ण कांत की पत्नी रितु (45) और पुत्र ध्रुव (18) शनिवार को आर्केडिया मार्केट में खरीदारी के लिए गये थे. उसी दौरान उनके निजी सुरक्षा गार्ड महिपाल ने उन्हें गोली मार दी. दोनों को गंभीर हालत में अस्पताल ले जाया गया. गुड़गांव सिविल अस्पताल के क्षेत्रीय चिकित्सा अधिकारी पवन चौधरी ने रितु की मौत होने की पुष्टि की है थी.
पुलिस ने मामले की सभी कोणों से जांच के लिए एक एसआईटी का गठन किया है. जांच टीम से जुड़े एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि महिपाल लगातार अपने बयान बदल रहा है और सवाल पूछे जाने पर वह गुस्सा हो जाता है. वह अपनी निजी, पारिवारिक समस्या को लेकर अवसाद में है. पुलिस ने बताया कि गोलीबारी की यह घटना शनिवार को अपराह्न करीब साढ़े तीन बजे हुई. आरोपी से प्रारंभिक पूछताछ के बाद पुलिस अधिकारियों ने बताया कि वह हरियाणा पुलिस का एक हेड कांस्टेबल है और पिछले दो वर्षों से न्यायाधीश के निजी सुरक्षा गार्ड के रूप में तैनात था. अधिकारियों ने बताया कि वह पिछले कुछ दिनों से घर जाने के लिए छुट्टी मांग रहा था जो उसे नहीं दी जा रही थी. इससे शायद वह अवसाद में चला गया.
डीएसपी सुलोचना गजराज के मुताबिक, आरोपी गनर महिपाल यादव पिछले चार दिन से ठीक से सो नहीं पया था. लेकिन क्यों सो नहीं पा रहा था, इसका जवाब आरोपी संतोषजनक नहीं दे पाया. वह लगातार अपने बयान बदल रहा है. पुलिस के मुताबिक, आरोपी मानसिक रूप से स्वस्थ है. उसकी कोई मेडिकल हिस्ट्री नहीं है. न ही वह किसी खास दवा का सेवन कर रहा है.