फर्जीवाड़े के आरोप में फंसे कपिल देव, गोविंदा और रवि किशन
वडोदरा: पूर्व क्रिकेटर कपिल देव और अभिनेता गोविंदा, रवि किशन पर उपभोक्ता विवाद निपटारा फोरम ने एक क्लब को प्रचार प्रसार के लिए अपनी तस्वीरों का इस्तेमाल करने की इजाजत देने के लिए जुर्माना लगाया है. फोरम की ओर से 20 अक्टूबर को पारित आदेश में कपिल देव, गोविंदा और रवि किशन को 18 शिकायतकर्ताओं को 15,000-15,000 हजार रूपए देने को कहा गया. कुल मिलाकर तीनों स्टार्स को लगभग 8 लाख रुपये जुर्माने के तौर पर भरने होंगे.
इसमें कहा गया कि फोरम ने तीनों को अनुचित तरीके से व्यापार करने का जिम्मेदार ठहराया क्योंकि सनस्टार क्लब के प्रमोटरों ने एक स्कीम में निवेश करने के लिए उनके वीडियो और फोटो का इस्तेमाल किया. इस स्कीम में लोगों को देश भर के चुनिंदा होटल में हर महीने तीन दिन तक मुफ्त में ठहराने की बात कही गई थी.
रिपोर्ट्स के मुताबिक, सनस्टार प्रमोटर रमन कपूर, उनकी पत्नी सीमा, कपिल देव, गोविंदा और रवि किशन पर साल 2017 में वडोदरा जिला उभोक्ता विवाद निवारण फोरम में 18 लोगों ने याचिका दायर की थी. याचिकाकर्ता ने अपनी शिकायत में कहा था कि, यह घोटाला 2016 में किया गया था. एक शिकायतकर्ता ने कहा था कि स्टार्स ने मेंबरशिप के लिए 1 से 3 लाख रुपये लिए थे.
शिकायतकर्ताओं का कहना है कि इस मेंबरशिप के एवज में उन्हें कई क्लब हाउस में मुफ्त रुकने, कई सारी सुविधाएं फ्री में देने का वादा किया गया था, लेकिन 2017 में जब उन्होंने अलग-अलग जगहों पर होटल को बुक कराया तो उन्हें कोई जवाब नहीं मिला.
उन्होंने कपल के खिलाफ वडोदरा और अहमदाबाद में पुलिस केस दर्ज किया. इसके बाद कई पीड़ितों ने कंज्यूमर असोसिएशन जागृत नागरिक के जरिए उपभोक्ता फोरम का रुख किया. यहां तीनों हस्तियों पर अनुचित ट्रेड प्रैक्टिस अपनाने का आरोप लगाया गया. फोरम में सुनवाई हुई और हस्तियों को अनुचित व्यापार के लिए दोषी ठहराया गया. इसी के साथ प्रत्येक याचिकाकर्ता को 15 हजार रुपये देने का आदेश भी दिया.