राजनीतिक संकट से जूझ रहा कजाखस्तान, चीन ने गड़ाई नजर, नए राष्ट्रपति को बताया- पुराना दोस्त
मास्को: लंबे समय से कजाखस्तान के राष्ट्रपति रहे नूर सुल्तान नजरबायेव के अपने पद से अचानक इस्तीफा देने के एक दिन बाद बुधवार को संसद के अध्यक्ष कासिम-जोमार्त तोकायेव को देश के अंतरिम राष्ट्रपति के रूप में शपथ दिलाई गई. एक स्वतंत्र देश के रूप में कजाखस्तान के वजूद में आने के बाद से ही तकरीबन 30 साल तक देश के राष्ट्रपति रहे 78 साल के नजरबायेव ने मंगलवार को टेलीविजन पर देश के नाम संदेश में अपने इस्तीफे के एलान से बहुत लोगों को हैरत में डाल दिया.
इस बीच, नए अंतरिम राष्ट्रपति कासिम के प्रस्ताव पर कजाखस्तान की संसद ने देश के लंबे समय से राष्ट्रपति रहे नूर सुल्तान नजरबायेव के सम्मान में राजधानी का नाम बदल कर नूर सुल्तान करने का बुधवार को सर्वसम्मति से फैसला किया. सरकारी समाचार एजेंसी ‘काजिन्फॉर्म’ ने संसद में मतदान की सूचना देते हुए कहा, ‘‘आस्ताना का अब आधिकारिक रूप से नूर सुल्तान नाम कर दिया गया है. ’’
‘एएफपी’ की एक रिपोर्ट के अनुसार कजाख सीनेट ने बुधवार को ही नजरबायेव की बेटी दारिगा नजरबायेव को संसद का नया अध्यक्ष नियुक्त किया. इस तरह वह राष्ट्रपति पद की एक प्रबल दावेदार बन गईं. मास्को में कार्नेगी सेंटर के अध्यक्ष दिमित्री त्रेनिन ने कजाखस्तान के घटनाक्रम की समीक्षा करते हुए कहा कि नजरबायेव राजनीति से हटे नहीं हैं, बल्कि राजनीतिक मेंटर की भूमिका निभाएंगे.
उन्होंने कहा, ‘‘वह अगले कुछ साल के दौरान सत्ता हस्तांतरण की निगरानी करेंगे. ’’ बीजिंग से मिली एएफपी की एक रिपोर्ट के अनुसार चीन ने कजाखस्तान में सत्ता संक्रमण की इस प्रक्रिया का स्वागत करते हुए कासिम को ‘‘एक पुराना दोस्त’’ बताया. चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गेंग शुआंत ने कहा, ‘‘चीन राष्ट्रपति नजरबायेव के फैसले को समझता और उसका समर्थन करता है.’’