ब्लू व्हेल गेम ने एक और जान ली

पंचकूला, सेक्टर-चार में 16 साल के एक लड़के ने अपने आवास पर कथित रूप से छत के पंखे से लटककर खुदकुशी कर ली। बताया जाता है कि उसने यह कदम ब्लू व्हेल गेम के झांसे में आकर उठाया। मृतक करण ठाकुर चंडीगढ़ के सेक्टर-8 स्थित डीएवी पब्लिक स्कूल में 10वीं का छात्र था। उसके माता-पिता का कहना है कि उसकी गणित की कॉपी में ब्लू व्हेल गेम से संबंधित खतरनाक ‘टास्क’ के रेखचित्र भी बने मिले हैं। बीस दिन पहले भी करण ने अपने माता-पिता को उसे किसी मनोचिकित्सक के पास जाकर दिखाने की बाबत कहा था क्योंकि वह एक गेम के चक्कर में उलझा था और उसने अपने कजिन राहुल को यह ब्लू व्हेल गेम नहीं खेलने का भी परामर्श दिया था। इन सभी हालात पर अब उसके माता-पिता का कहना है कि यदि उन्होंने अपने बेटे के इन शुरुआती लक्षणों पर गौर किया होता तो आज यह दिन नहीं देखना पड़ता। पुलिस के मुताबिक, शनिवार सुबह पीड़ित के माता-पिता रजनी ठाकुर और देविंदर ठाकुर सेक्टर-6 के जनरल अस्पताल में अपनी डायबिटीज की जांच कराने गए थे, जबकि उनका छोटा बेटा हर्ष ठाकुर स्कूल गया हुआ था। पेशे से स्टॉक ट्रेडर देविंदर ठाकुर ने बताया, ‘अस्पताल से जब हम घर लौटे तो दरवाजे की कुंडी लगी थी। इसके बाद करण के कमरे में दाखिल होने के लिए मैं अपने पड़ोसी की छत पर पहुंचा तो वहां से देखा कि कमरे में करण छत के पंखे से झूल रहा था। फंदा उसने अपनी माता के दुपट्टे का ही लगाया था।’

करण को तत्काल अस्पताल लेकर जाया गया था, जहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। उसके बाएं बाजू पर कट का निशान नजर पर आने और उसके किसी गेम के चक्कर में उलझे होने के बाद अपने माता-पिता को उसे किसी मनोचिकित्सक को दिखाए जाने की जरूरत को याद करते हुए ऊना से पंचकूला पहुंचे उसके मामा राजीव ठाकुर को इस बारे में पहले ही संदेह हो गया था।पीड़ित की मामी टिमसी ठाकुर का कहना है, ‘उसके मामा ने उसकी कॉपियों आदि की छानबीन शुरू की तो उसकी गणित की कॉपी के आखिरी पन्ने पर इसी खतरनाक गेम से संबंधित टास्क के कुछ रेखाचित्र वहां बने देखे।’ आॅनलाइन गेम ब्लू व्हेल के तहत विनिंग टास्क से जुड़े पांच रेखाचित्र पीड़िÞत ने बनाए थे, जिनके साथ लिखा था, ‘मुझे मर जाना चाहिए, मुझे जिंदा रहने का हक नहीं और मुझे कोई पसंद नहीं करता, कोई मुझे प्यार नहीं करता, किसी को मेरी परवाह नहीं कि मैं जियूं या मरूं, सभी मुझे इस्तेमाल करते हैं।’ इन तमाम रेखाचित्रों में लिखे गए टास्क में एक लड़के को इमारत से छलांग लगाते, एक लड़के को छत के पंखे से फंदा लगाते, रेल की पटरी पर जान देते, कार के आगे छलांग लगाते और कलाई काटते दिखाया गया।

जवान बेटा खो देने वाले पिता देविंदर ठाकुर ने रोते-बिलखते हुए बताया, ‘उसने ही ये तमाम रेखाचित्र बनाए होंगे, और शायद जान देने के लिए उनमें से ही एक को अपने लिए चुन लिया और घर में छत के पंखे से फंदा लगाकर जान दे दी।’ पीड़ित करण के मामा सूरज ठाकुर का कहना है कि उसके बाद उन्होंने उसकी यह कॉपी उसके छोटे भाई को दिखाई और फिर परिजनों ने करण के रवैये को याद करते हुए इस वारदात की कड़ियां जोड़ने का प्रयास किया। इन सबके अलावा, पीड़ित के मोबाइल फोन पर अपलोड उसके ही वाट्सएप की डीपी में भी कुछ ऐसा ही लिखा है, ‘डॉन्ट गेट टू क्लोज, इट्स डार्क इनसाइड। इट्स व्हेयर माई डेमन्स हाइड।’पीड़ित के रिश्तेदार राहुल ने जनसत्ता से चर्चा में कहा, ‘एक पखवाड़े भर पहले ही उसने मुझे भी कभी भूलकर भी ब्लू व्हेल गेम नहीं खेलने की नसीहत दी थी। तब मैंने उससे किसी हॉरर फिल्म का वीडियो उससे मांगा था क्योंकि वह ऐसी फिल्मों का शौकीन था पर मुझे तब अहसास नहीं हुआ कि वह ऐसा आत्मघाती कदम भी उठा सकता है।’

इस बीच, हरियाणा पुलिस ने करण का मोबाइल फोन, कॉपी और लैपटॉप अपने कब्जे में ले लिया है ताकि मामले में जांच-पड़ताल को आगे बढ़ाया जा सके कि इस जानलेवा आॅनलाइन गेम का लिंक उसने कहां से हासिल किया होगा और कहीं उसने यह लिंक अपने किसी दोस्त आदि को तो आगे प्रेषित नहीं किया।
पंचकूला के पुलिस आयुक्त एएस चावला का कहना है कि इस बच्चे के मोबाइल फोन में से वाट्सएप और इंस्टाग्राम को डिलीट किया गया है पर उसमें कुछ अहम सुराग अब भी मौजूद हैं जो उसके ही माता-पिता द्वारा सुझाए व बताए गए लक्षणों के अलावा हैं, जिनसे यह आभास होता है कि वह ब्लू व्हेल गेम खेलता रहा होगा।

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