बंद कार में कैसे पहुंची रिक्शा चालक की लाश, न पुलिस को पता है न ही मालिक को… मामला उलझा,
ग्रीन पार्क के गेट नंबर एक के पास खड़ी कार की अगली सीट पर बुधवार शाम युवक का शव मिला। भीषण गर्मी के चलते कई दिनों से कार में बंद रहने की वजह से शव पूरी तरह से जला हुआ था। ग्रीन पार्क के सामने स्थित निजी कंपनी के मोबाइल टावर के जनरेटर की बैटरी कर्मी बदलने पहुंचे मैकेनिक ने कोतवाली पुलिस को सूचना दी।
ग्रीन पार्क के गेट नंबर एक के पास खड़ी कार की अगली सीट पर बुधवार शाम युवक का शव मिला। भीषण गर्मी के चलते कई दिनों से कार में बंद रहने की वजह से शव पूरी तरह से जला हुआ था।
ग्रीन पार्क के सामने स्थित निजी कंपनी के मोबाइल टावर के जनरेटर की बैटरी कर्मी बदलने पहुंचे मैकेनिक ने कोतवाली पुलिस को सूचना दी, जिसके बाद एसीपी कोतवाली के साथ फोरेंसिक टीम और ग्वालटोली पुलिस मौके पर पहुंची। मृतक की जेब से मिले कागजात से उसकी पहचान के उन्नाव के रिक्शा चालक के रूप में हुई है।
यह है पूरा मामला
ग्वालटोली के परमट निवासी सेवानिवृत्त डिफेंस कर्मी प्रेम प्रकाश सोनवानी हार्ट पेशेंट है इन दिनों उनका इलाज चल रहा है। परिवार में पत्नी ऊषा और बेटा यश है। पत्नी ऊषा के नाम एक कार है, जिसका लॉक खराब था।
घर के आसपास कार खड़ी करने की जगह न होने की वजह से यश ने कार को ग्रीन पार्क के गेट नंबर एक पर खड़ी कर दी थी। बुधवार शाम गेट नंबर एक के पास निजी कंपनी के मोबाइल टावर में बैटरी बदलने पहुंचे मैकेनिक राहुल पहुंचा तो कार से दुर्गंध आने पर उसने पुलिस को सूचना दी।
इसके बाद एसीपी कोतवाली अर्चना सिंह, कोतवाली प्रभारी संतोष कुमार शुक्ला और ग्वालटोली थाना प्रभारी पवन सिंह फोरेंसिक टीम के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस ने कार नंबर के आधार पर ऊषा सोनवानी से संपर्क किया।
इस पर यश ने आकर बताया कि कार उनकी है और घर के बाहर जगह न होने की वजह से यहां खड़ी कर गए थे। इसके साथ ही उसने कार का लॉक खराब होने की बात भी बताई।
कार की अगली सीट से शव बाहर निकाला गया पुलिस ने जब युवक की तलाशी कराई तो कपड़ों से कुछ कागज निकले, जिससे मृतक की पहचान उन्नाव के बेहटा मुजावर थाना क्षेत्र के असायस गांव निवासी परशु उर्फ परशुराम के 35 वर्षीय बेटे अतुल के रूप में हुई। फोरेंसिक टीम ने शव को पांच से छह दिन पुराना बताया है।पीटीआई.