मनोज तिवारी ने कन्हैया पर लगाया सेना को गाली देने का आरोप, कहा नहीं मिलेगा कोई वोट,

लोकसभा चुनाव के छठे चरण में दिल्ली की सातों सीटों पर वोट डाले जा रहे हैं। राजधानी में सुबह 11 बजे तक 21.69% प्रतिशत मतदान दर्ज हुआ है। वोटिंग शाम 6 बजे तक जारी रहेगी। इधर मतदान के बीच उत्तर पूर्वी दिल्ली से भाजपा उम्मीदवार मनोज तिवारी ने अपने प्रतिद्वंद्वी और कांग्रेस प्रत्याशी कन्हैया कुमार पर बड़ा हमला बोलते हुए उन पर सेना को गाली देने का आरोप लगाया। मनोज ने कहा कि कहा कि कन्हैया कुमार ने देश को धोखा दिया है और जनता उनके पक्ष में वोट नहीं करेगी। 

मनोज तिवारी ने मतदान शुरू होते ही समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत में कहा कि आज बहुत प्रतिष्ठित दिन है। एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चुनने के लिए दिल्ली की जनता बाहर है। इसके बाद उन्होंने कन्हैया पर हमला बोला और कहा कि जब देश इतनी अच्छी तरह से प्रगति कर रहा है तो कोई वास्तविक चुनौती नहीं है। ये लोग अपनी ही पार्टी के लिए चुनौतियां लाते हैं।

पारंपरिक वोट भी नहीं मिलेगा’

उन्होंने कहा, ‘वे किसी और को चुनौती नहीं दे सकते। देश भारत माता की जय का समर्थन करता है, न कि किसी ऐसे व्यक्ति का जो देश के टुकड़े होंगे का नारा लगाता है और उस पर देश को धोखा देने का आरोप लगाया जाता है। जीत उसे मिलेगी जो सेना का सम्मान करता है, न कि उसको जो गाली देता है।’

उन्होंने आगे कहा कि, ‘कांग्रेस द्वारा चुना गया उम्मीदवार (कन्हैया कुमार) देश की सेना को गाली दे रहा है। मुझे लगता है कि पारंपरिक मतदाता भी उसे वोट नहीं देंगे। वे वोट देने से इनकार कर देंगे, लेकिन उसके पक्ष में अपना वोट नहीं डालेंगे। हमें देश के विकास और पीएम मोदी के लिए वोट देना है।’

मतदाताओं में उत्साह

मतदान प्रतिशत पर बोलते हुए मनोज तिवारी ने कहा, ‘आज सुबह मैंने सुना कि 2014 और 2019 की तुलना में इस चुनाव में मतदाताओं का उत्साह अधिक है। मैं सभी मतदाताओं से अपने निर्धारित बूथों पर जाने और अपना मत डालने का आग्रह करता हूं।’

बता दें कि मनोज तिवारी उत्तर पश्चिम दिल्ली के निवर्तमान सांसद हैं। उन्होंने 2014 और 2019 में भाजपा के टिकट पर इस सीट से जीत हासिल की थी। कांग्रेस ने उनके मुकाबले कन्हैया कुमार को मैदान में उतारा है, जोकि 2019 में बिहार के बेगुसराय से भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआई) के उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ चुके हैं। हालांकि, तब उन्हें केंद्रीय मंत्री और भारतीय जनता पार्टी के नेता गिरिराज सिंह से हार का सामना करना पड़ा था। 2021 में कन्हैया कांग्रेस में शामिल हो गए।पीटीआई.