Delhi Water Crisis: दिल्लीवासियों के लिए जरूरी खबर, दिन में अब दो नहीं; एक बार ही मिलेगा पानी,
राजधानी में गर्मियां शुरू होते ही पानी की मांग बढ़ जाती है। कहीं पर तो जल बोर्ड की पाइप लाइने टूटी पड़ी है जहां से हजारों लीटर पानी यूं ही बर्बाद होता रहता है और कहीं पर पेयजल भी बड़े संघर्षों से मिलता है। घंटों पानी के टैंकर का इंतजार करना पड़ता है। पानी का टैंकर आते ही पानी लेने के लिए स्थानीय निवासी टूट पड़ते हैं।
- जल संकट से निपटने के लिए लिया गया निर्णय
- पानी बर्बाद करने वालों पर जुर्माना लगाने की तैयारी
- जल मंत्री का आरोप, यमुना में कम पानी छोड़ रहा हरियाणा
- जल्द हरियाणा से पानी नहीं मिला तो सुप्रीम कोर्ट जाएगी सरकार
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। जल संकट से निपटने के लिए दिल्ली के जिन क्षेत्रों में दिन में दो बार पानी की आपूर्ति की जाती है, वहां अब एक बार ही की जाएगी। दिल्ली सरकार के अनुसार हरियाणा से पर्याप्त पानी नहीं मिलने की वजह से यह निर्णय लिया गया है।
पानी नहीं मिला तो सुप्रीम कोर्ट जाएगी सरकार
इस व्यवस्था से बचाए गए पानी को अन्य प्रभावित क्षेत्रों में आपूर्ति किया जाएगा। दिल्ली सरकार का कहना है कि हरियाणा सरकार से बात करने के बावजूद स्थिति में सुधार नहीं हुआ है, अगर एक या दो दिन में पर्याप्त पानी नहीं मिला तो वह सुप्रीम कोर्ट जाएंगे।
पानी की बर्बादी करने वालों पर जुर्माना लगाने की तैयार
इसके साथ ही सरकार पानी की बर्बादी करने वालों पर जुर्माना लगाने की तैयार कर रही है। दिल्ली की जल मंत्री आतिशी मंगलवार को प्रेसवार्ता में एक बार फिर से हरियाणा पर दिल्ली के हिस्से का पानी नहीं देने का आरोप लगाया है।
उन्होंने कहा कि यमुना में कम पानी छोड़ने के कारण दिल्ली के कई क्षेत्रों में पानी की गंभीर समस्या उत्पन्न हो गई है। दिल्ली में जल आपूर्ति यमुना पर निर्भर है। यमुना में जल स्तर को बनाए रखने की जिम्मेदारी हरियाणा सरकार की है। कम पानी छोड़े जाने के कारण वजीराबाद में जल स्तर नीचे गिर गया है, जिससे जल आपूर्ति बाधित हो रही है।
एक सप्ताह से दिल्ली के कई क्षेत्र में जल संकट
जल उपचार संयंत्र (डब्ल्यूटीपी) को पर्याप्त पानी नहीं मिल रहा है। जिसकी वजह से 30 से 35 मिलियन गैलन प्रतिदिन (एमजीडी) उपचारित पानी कम मिल रहा है। पिछले लगभग एक सप्ताह से दिल्ली के कई क्षेत्र में जल संकट की गंभीर समस्या बनी है। समस्या को देखते हुए कई कदम उठाने पड़ रहे हैं।
इसी दिशा में दिल्ली के जिन क्षेत्रों में दिन में दो बार पानी की आपूर्ति की जाती है, वहां अब एक बार की जाएगी। एक दो दिनों में हरियाणा से पर्याप्त मात्रा में पानी नहीं मिला तो दिल्ली सरकार सुप्रीम कोर्ट में जाएगी। दिल्ली में कच्चा पानी बढ़ाने की कोशिश हो रही है।
इस वर्ष इतना गिरा जल स्तर
वर्ष 2023 के अप्रैल, मई और जून में वजीराबाद में जल स्तर 674.5 फीट पर था। इस वर्ष एक मई से ही हरियाणा ने दिल्ली के हिस्से का पानी देना कम कर दिया, जिससे यमुना का जल स्तर गिर रहा है।
एक मई को वजीराबाद का जल स्तर 674.5 फीट था। एक सप्ताह के अंदर यह गिरकर 672 फीट पर आ गया था। 20 मई को 671, 24 मई को 670.2 और 28 मई को गिरकर 669.8 फीट पर पहुंच गया है।
पानी बर्बाद न करने की अपील
जल मंत्री ने कहा कि समस्या कम करने के लिए 14 घंटे तक बोरवेल चलाए जा रहे हैं। पहले छह से सात घंटे ही चलाया जाता था। वाटर टैंकर की संख्या बढ़ाई गई है। उन्होंने वाहन धोने, पानी का मोटर चलाकर छोड़ देने सहित अन्य तरह से पानी बर्बादी न करने की अपील की। आवश्यकता पड़ने पर पानी बर्बाद करने वालों पर जुर्माना करने की भी चेतावनी दी।
हिमाचल प्रदेश के पानी को भी रोकने का आरोप
जल मंत्री ने बताया कि समझौते के अनुसार हिमाचल प्रदेश 50 एमजीडी पानी देने को तैयार है, लेकिन अपर यमुना रिवर बोर्ड में इसे हरियाणा ने रोका हुआ है। इस मामले में भी सुप्रीम कोर्ट जाने की चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि दिल्ली में जनसंख्या बढ़ रही, इसलिए पानी की मांग बढ़ रही है।
इन क्षेत्रों में है पेयजल संकट
रोहिणी, बेगमपुर, इंद्र एन्क्लेव, रोहिणी सेक्टर-24 स्थित पाकेट-8,16,12,11 व 18, बेगम विहार, बेगमपुर, बेगमपुर गांव, राजीव नगर व कैलाश विहार में पानी की दिक्कत है। सुल्तानपुरी, मंगोलपुरी व जहांगीरपुरी के कुछ हिस्से में गंदे पानी की आपूर्ति हो रही है।
यमुनापार के न्यू माडर्न शाहदरा, न्यू अशोक नगर, चिल्ला गांव, मध्य दिल्ली के सराय रोहिल्ला, मानकपुरा, डोलीवालान, प्रभात रोड, रैगरपुरा, बीडनपुरा, देव नगर, बापा नगर, नाइवालान, बलजीत नगर, रणजीत नगर, दक्षिणी पटेल नगर, ईस्ट पटेल नगर में जल आपूर्ति प्रभावित है। दक्षिणी दिल्ली के ओखला के फेज-2 में संजय कालोनी, संगम विहार, देवली में पानी की आपूर्ति नियमित नहीं है।
हरियाणा को दोष देने की जगह पानी की बर्बादी रोके दिल्ली सरकार : भाजपा
भाजपा ने दिल्ली में जल संकट के लिए दिल्ली सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि जल मंत्री आतिशी दिल्ली में पानी की समस्या के लिए हरियाणा को जिम्मेदार ठहराकर दिल्लीवासियों को गुमराह कर रही हैं। उन्होंने कहा कि दिल्ली के जल उपचार संयंत्रों की क्षमता 956 एमजीडी से अधिक पानी उपलब्ध हो रहा है। इसके बावजूद समस्या हो रही है, जिसका मुख्य कारण पानी की बर्बादी एवं चोरी है। जिस पर लगाम नहीं है। दिल्ली में जहां यमुना प्रवेश करती है, वहां का जल स्तर मई 2021 और मई 2022 की तुलना में बेहतर है। गर्मी के कारण हरियाणा से सिर्फ 20-50 एमजीडी पानी की कमी हुई है। इस कमी को भी जल बोर्ड की ओर से यमुना से सीधे अतिरिक्त जल उठाकर पूरा कर रहा है। दिल्ली सरकार फरीदाबाद को कम पानी दे रही है। उन्होंने कहा कि वजीराबाद जल उपचार संयंत्र की उत्पादन क्षमता 131 एमजीडी है, लेकिन इससे 113.48 एमजीडी पानी मिल रहा है। इसका मुख्य कारण वजीराबाद बैराज से पहले जलाशय क्षेत्र से वर्ष 2013 से गाद नहीं निकाला जाना है, जिसकी वजह से वहां पर्याप्त मात्रा में पानी नहीं है।पीटीआई.