शेयर बाजार: रुझानों से विभाग बंटवारे तक कभी झूमा तो कभी गोता लगाया, जानें सेंसेक्स-निफ्टी ने कैसे बदले रंग,
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने लगातार तीसरे कार्यकाल के लिए रविवार को शपथ ले ली। उनके नए नवेले मंत्रीमंडल ने भी उनके साथ शपथ ले ली। शपथ ग्रहण के अगले दिन शेयर बाजा उतार-चढ़ाव के साथ कारोबार करता दिखा। एग्जिट पोल से चुनाव परिणामों और फिर शपथ ग्रहण इस बीच शेयर बाजार का सफल काफी रोमांचक रहा है। आइए इस पर एक नजर डालते हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने लगातार तीसरे कार्यकाल के लिए रविवार को शपथ ले ली। उनके नए नवेले मंत्रीमंडल ने भी उनके साथ शपथ ले ली। शपथ ग्रहण के अगले दिन शेयर बाजार उतार-चढ़ाव के साथ कारोबार करता दिखा। हालांकि, शपथ ग्रहण के बाद सोमवार को शुरुआती कारोबारी सेशन में 30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स पहली बार 77,079.04 के स्तर पर पहुंचा। दूसरी ओर, एनएसई निफ्टी पहली बार 23,411.90 के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचा। सोमवार को शुरुआती कारोबारी सत्र के दौरान रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंचने के बाद सेंसेक्स और निफ्टी में ऊपरी स्तरों पर बिकवाली मिली। दिन के कारोबारी सत्र के दौरान सेंसेक्स और निफ्टी हरे और लाल निशान के बीच झूलते दिखे। ऊपरी स्तरों पर बिकवाली और निचले स्तरों पर खरीदारी होती रही, जिससे बाजार एक दायरे में कारोबार करता रहा।
एक जून 2024 को लोकसभा चुनाव के सातवें और आखिरी चरण के मतदान के बाद शेयर बाजार ने एक बड़ा उतार-चढ़ाव देखा है। अंतिम चरण के मतदान के बाद एग्जिट पोल में मोदी सरकार की वापसी के अनुमानों के बाद शेयर बाजार में 3 जून को मजबूत उछाल दिखा। लेकिन, 4 जून को जैसे ही चुनाव परिणाम आने लगे बाजार में बड़ी बिकवाली दिखी। परिणाम के दिन बाजार ने बीते चार साल का सबसे बड़ा गोता लगाया। भाजपा के अकले 272 के जादुई आंकड़े से पीछे रहने की खबर को बाजार सहज रूप से नहीं ले पाया। बाजार में पिछले चार साल (कोरोना काल के बाद) के बाद की सबसे बड़ी बिकवाली दिखी।
हालाकि भले ही भाजपा चुनाव परिणामों में बहुमत से चूक गई लेकिन 240 सीट जीतकर सबसे बड़ी पार्टी बनी। एनडीए अपने सहयोगी दलों के साथ 293 के आंकड़े यानी बहुमत के आंकड़े को पार कर गया। इस तरह एक बात तो तय हो गई कि देश में एक बार फिर (लगातार तीसरी बार) नरेंद्र मोदी ही प्रधानमंत्री बनने वाले हैं। जब यह साफ हो गया कि नरेंद्र मोदी ही प्रधानमंत्री बनेंगे तो पांच जून से बाजार में फिर रंगत लौटने लगी। अब पीएम के शपथ ग्रहण के बाद की स्थिति यह है कि बाजार चुनाव परिणाम के दिन के नुकसान की भरपाई कर एक नए हाई पर पहुंच गए हैं।
लोकसभा चुनाव के आखिरी चरण के मतदान के पहले बाजार कहां था? चुनाव समाप्त होने के बाद आए एग्जिट पोल के बाद बाजार कहां पहुंचा? चुनाव परिणामों के बाद बाजार में कितनी गिरावट आई और मोदी सरकार 3.0 के शपथ ग्रहण के बाद बाजार कहां है?पीटीआई.