डायबिटीज में ब्लैक या मिल्क टी, कौन सी चाय हेल्थ के लिए है सेफ?
पॉलीफेनोल और रोगाणुरोधी गुण आंत के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने और प्रतिरक्षा को बढ़ावा देने में मदद कर सकते हैं. इंटरनेशनल जर्नल ऑफ हेल्थ साइंसेज में प्रकाशित एक अध्ययन में कहा गया है कि काली चाय पुरानी बीमारी की शुरुआत को रोकने में मदद कर सकती है.
भारत में चाय की दीवानगी लोगों के सिर चढ़कर बोलती है. यहां ज्यादातर लोगों के दिन की शुरूआत एक कप कड़क चाय के साथ होती है. सुबह सुबह चाय की चुस्की से पूरा दिन तरोताजा महसूस करते हैं. सामान्य तौर पर लोग दूध वाली चाय पीते हैं. लेकिन यह सेहत के लिए बहुत अच्छी नहीं मानी जाती है. खासतौर से उनलोगों के लिए जो डायबिटीज जैसी बीमारी से पीड़ित हैं. इन लोगों के लिए ब्लैक टी ज्यादा हेल्दी होती है. ऐसा हम नहीं बल्कि एक शोध में खुलासा हुआ है.
शोध के अनुसार, ब्लैक टी पीने से टाइप 2 डायबिटीज का खतरा कम किया जा सकता है. नियमित तौर पर इस चाय को पीने से ब्लड शुगर कंट्रोल करने में मदद मिल सकती है.
यह रिसर्च ऑस्ट्रेलिया की एडिलेड यूनिवर्सिटी और चीन की साउथईस्ट यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने मिलकर की है. इस शोध में पाया गया कि रोज काली चाय पीने से प्री-डायबिटीज का खतरा 53 प्रतिशत कम हो जाता है और टाइप 2 डायबिटीज का खतरा 47 प्रतिशत कम हो सकता है.
ब्लैक टी क्यों है फायदेमंद
काली चाय में नींबू मिलाकर पीने से आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होती है. इससे आपका पाचन तंत्र मजबूत होता है. साथ ही ये आपकी स्किन के लिए भी हेल्दी होता है. वहीं, यह वजन कम करने में भी कारगर साबित होती है. पॉलीफेनोल और रोगाणुरोधी गुण आंत के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने और प्रतिरक्षा को बढ़ावा देने में मदद कर सकते हैं. इंटरनेशनल जर्नल ऑफ हेल्थ साइंसेज में प्रकाशित एक अध्ययन में कहा गया है कि काली चाय पुरानी बीमारी की शुरुआत को रोकने में मदद कर सकती है.
काली चाय कैसे बनाएं?
काली चाय बनाना काफी आसान है. सबसे पहले पानी को उबाल लें. अब इस पानी को चाय की पत्तियों पर डालें. चाय को अच्छे से पकने दीजिए स्वाद को पानी में घुलने दें. अब चाय को छलनी की मदद से छान सकते हैं. फिर इसे गर्म-गर्म पिएं.PTI