महामना एक्सप्रेस: सफर के पहले दिन ही यात्री उड़ा ले गये नल, कारपेट और शीशे, पीएम ने दिखाई थी हरी झंडी
इंडियन रेलवे के वीआईपी ट्रेनों में शुमार वाराणसी-वडोदरा महामना एक्सप्रेस अपने सफर के पहले दिन ही भारतीय मानसिकता से रु-बरु हुई। रविवार को जब ट्रेन वाराणसी से वडोदरा लौटी तो यार्ड के अधिकारी ये देखकर हैरान थे कि जनरल कोच के तीन शौचालयों के नल गायब थे। ट्रेन में लगाये गये चार हैंड शॉवर्स, और दो कारेपट भी अपनी जगह से गायब थे। इसके अलावा ट्रेन के टॉयलेट और सीटों की हालत बेहद खराब हो गई थी। इस नयी ट्रेन के सीट पर स्क्रैच लगा हुआ था और कोच के शीशे लगभग टूटे हुए थे। शुक्रवार (22 सिंतबर) को पीएम नरेन्द्र मोदी ने वाराणसी से इस ट्रेन को हरी झंडी दिखाई थी। रेलवे अधिकारियों को इस बावत कोई जानकारी नहीं है कि ट्रेन की ऐसी हालत किसने की? लेकिन उनका मानना है कि इन घटनाओं के लिए ट्रेन के पैसेंजर जिम्मेदार हैं।
बता दें कि पीएम नरेन्द्र मोदी का स्वच्छता अभियान पर काफी जोर है। पीएम मोदी ट्रेनों को भी स्वच्छ और सुंदर बनाने पर जोर देते हैं। रेल मंत्रालय उनकी इस मुहिम को आगे बढ़ाने में लगा है। लेकिन ऐसा लगता है रेल यात्री पीएम की अपील को तवज्जो नहीं दे रहे हैं। इंडियाटाइम्स डॉट कॉम की रिपोर्ट के मुताबिक पश्चिमी रेलवे के मुख्य जन संपर्क अधिकारी रविन्दर भास्कर ने कहा कि रेलवे यात्रियों को आधुनिक सुविधाएं मुहैया कराने की भरपूर कोशिश कर रहा है। लेकिन ये बेहद शर्मनाक और दुखदायी है कि कुछ लफंगे किस्म के यात्री ट्रेनों में भी चोरी करते हैं और नल और शॉवर्स जैसी चीजों पर भी हाथ साफ कर जाते हैं। रेलवे के मुताबिक सफर के बाद कोच की हालत भी काफी गंदी थी।