अनिल अंबानी ने बताया- एक लाख करोड़ रुपये की बुलेट ट्रेन परियोजना में रिलायंस होगी भागीदार
आधारभूत संरचना क्षेत्र की प्रमुख कंपनी, रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर ने मंगलवार (26 सितंबर) को कहा कि वह भारतीय रेल की एक लाख करोड़ रुपये की अति महत्वाकांक्षी मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन परियोजना में भागीदारी करेगी। रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर के अध्यक्ष अनिल अंबानी ने कंपनी के शेयरधारकों की 88वीं वार्षिक आम बैठक में संबोधित करते हुए कहा, “हम कई जापानी कंपनियों से संयुक्त उपक्रम के माध्यम से जुड़े हुए हैं और हम एक लाख करोड़ रुपये की इस अति महत्वाकांक्षी परियोजना में भागीदारी करेंगे।” अंबानी के अनुसार, कंपनी ईपीसी (इंजीनियरिंग, खरीदी, निर्माण) खंड पर ध्यान दे रही है। अंबानी ने कहा, “मुंबई में बांद्रा-वर्सोवा सी लिंग के लिए बोलीदाता के रूप में हमें चुना गया है, और मेट्रो ठेकों के लिए भी हमे आश्य पत्र प्राप्त हुए हैं।”
अनिल अंबानी ने कहा, “इसके अतिरिक्त हमने मुंबई-नागपुर राजमार्ग परियोजना के लिए भी निविदा हासिल कर ली है।” अंबानी ने आगे कहा कि सरकार जल्द ही 50,000 करोड़ रुपये कीमत की छह पनडुब्बियों के विनिर्माण का ठेका भी दे सकती है। उन्होंने कहा, “पीपावाव के अधिग्रहण के बाद भारत में मात्र हम दो कंपनियां हैं, जो पनडुब्बियों के निर्माण के लिए सरकार की रणनीतिक साझेदारी कार्यक्रम में भागीदारी करने की स्थिति में हैं।”उन्होंने कहा, “हम मानते हैं कि रक्षा क्षेत्र एक उदयकाल वाला क्षेत्र है। देश की 90 प्रतिशत रक्षा उपकरणों का आयात किया जाता है।”
भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और जापानी प्रधानमंत्री शिंजो आबे ने 14 सितंबर को मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन परियोजना की आधारशिला रखी थी। जापान ने इस परियोजना के लिए भारत को एक लाख करोड़ रुपये कर्ज दिया है। ये परियोजना 15 अगस्त 2022 तक पूरा होने की उम्मीद है। परियोजना के तहत मुंबई और अहमदाबाद के बीच 580 किलोमीटर की दूरी तय करने वाली बुलेट ट्रेन के 12 स्टेशन होंगे।