Indore Create History: इंदौर ने बनाया विश्व रिकॉर्ड, 24 घंटे में 12 लाख पौधे लगाकर गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज कराया नाम,
Ek ped ma ke Nam: 24 घंटे में 12 लाख पौधे लगाकर इंदौर ने अपना नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज कर लिया. सर्वाधिक पौधारोपण का विश्व रिकॉर्ड सीएम डा. मोहन यादव की मौजूदगी में दर्ज किया गया. खुद सीएम ने गिनीज़ बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकॉर्ड की ओर से प्रमाण पत्र प्राप्त किया.
Madhya Pradesh News: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू किए गए एक पेड़ मां के नाम अभियान के तहत रविवार को इंदौर में 24 घंटे में 12 लाख पौधे लगाकर इतिहास रच दिया है. 12 लाख पौधे लगाकर इंदौर ने एक गिनीज बुक ऑफ रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज कर लिया है. इस ऐतिहासिक पल का साक्षी बनने के लिए गृह मंत्री अमित शाह दिल्ली से इंदौर पहुंचे थे. इस ऐतिहासिक उपलब्धि के समय करीब 40 हजार मौजूद थे.
रविवार को सुर्योदय के साथ इंदौर के रेवती रेंज पर पौधारोपण के लिए लोग जमा होने शुरू हो गए और अगले 24 घंटे में इंदौर में इस ऐतिहासिक 12 लाख पौधारोपण के आंकड़ो को पार कर लिया. रेवती रेंज पर 11 लाख वृक्षारोपण के वर्ल्ड रिकॉर्ड में 200 से ज्यादा सामाजिक संगठनों और संस्थाओं के 40 हजार से ज्यादा लोगों ने हिस्सा लिया.
मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव ने गिनीज़ बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकॉर्ड की ओर से प्रमाण पत्र प्राप्त किया है.
जनभागीदारी का कार्यक्रम ‘एक पेड़ मां के नाम’ के तहत सुबह 6 बजे से 11 लाख पौधे लगाकर वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने का अभियान रेवती रेंज पर शुरू हुआ. विश्व के नक्शे में इंदौर का नाम रोशन करने और इंदौर को हरा-भरा बनाने के लिए 100 से ज्यादा संस्थानों के 50 हजार से ज्यादा लोगों ने यहां पहुंचकर 51 लाख वृक्षारोपण के महा अभियान में योगदान दिया.
24 घंटे में 12 लाख पौधे लगाकर इंदौर ने अपना नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज कर लिया. सर्वाधिक पौधारोपण का विश्व रिकॉर्ड सीएम डा. मोहन यादव की मौजूदगी में दर्ज किया गया. खुद सीएम ने गिनीज़ बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकॉर्ड की ओर से प्रमाण पत्र प्राप्त किया.
पौधारोपण अभियान के लिए दिल्ली से इंदौर पहुंचे गृह मंत्री अमित शाह
इंदौर के रेवती रेंज में आयोजित पौधारोपण कार्यक्रम में शामिल होने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह भी इंदौर पहुंचे. सुबह 6 बजे से शुरू हुए पौधारोपण अभियान के सूत्रधार नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, महापौर पुष्यमित्र भार्गव,कलेक्टर आशीष सिंह निगम, कमिश्नर शिवम वर्मा आदि ने रेवती रेंज पर पौधारोप किया. दोपहर 1 बजकर 40 मिनट पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह रेवती रेंज पहुचे थे और पौधारोप के पश्चात मंच पर पहुंचे.
अमित शाह बोले, “नहीं पता था कि यह नारा अभियान बन जाएगा”
इंदौर में ऐतिहासिक पौधारोपण कार्यक्रम में हिस्सा लेते हुए गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल पर ‘एक पेड़ मां के नाम’ का नारा दिया था, लेकिन यह नहीं पता था कि यह नारा अभियान बन जाएगा. उन्होने कहा, इंदौर सफाई, स्वाद, सहभागिता के लिए जाना जाता है, लेकिन अब इंदौर हरियाली के नाम से भी जाना जाएगा. इंदौर मेट्रो, क्लीन सिटी है, लेकिन अब इंदौर ग्रीन सिटी के नाम से भी जाना जाएगा.”
गृह मंत्री शाह ने जवानों को किया सलाम..
कार्यक्रम के दौरान मंच पर बैठे हुए गृह मंत्री अमित शाह, सीएम डॉ. मोहन यादव और नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय समेत अन्य जनप्रतिनिधि और अधिकारी गण.
गृह मंत्री शाह ने इस अवसर शाह ने कहा कि, मैं उन जवानों को सलाम करता हूं, जिन्होंने 5 करोड़ पौधे लगाए हैं. इस साल हम और 1 करोड़ पौधे लगाएंगे. अमित शाह ने मत्स्य पुराण का उदाहरण देते हुए कहा कि 10 बेटों के बराबर एक पेड़ होता है. वृक्ष लगाना आसान है, लेकिन इसको बड़ा करना कठिन है.
गृह मंत्री शाह ने नगर विकास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय की सराहना करते हुए कहा कि मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने इंदौर में हर जाति-वर्ग को जोड़कर इस अभियान में उनके नाम से वन बनाए हैं, जो इंदौर की जनता की जन भागीदारी को बताता है.
‘मैं चुनाव के बाद पहली बार प्रदेश में आया हूं’
गृह मंत्री ने कहा, मैं चुनाव के बाद पहली बार प्रदेश में आया हूं. इस प्रदेश की जनता ने 29 सीटें मोदी जी की झोली में डाली हैं. प्रदेश की मोहन सरकार अच्छा काम कर रही है और अब तक का सबसे बड़ा बजट पेश किया है. उन्होंने आगे कहा कि, एमपी के कुल क्षेत्रफल का 31 प्रतिशत एरिया वनों से हरा-भरा है और पूरे देश का 12 प्रतिशत वन क्षेत्र मध्य प्रदेश में है.
‘इंदौर जो भी करता है, वह अलग हटकर करता है’
इस मौके पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि, इंदौर जो भी करता है, वह अलग हटकर करता है. इसलिए इंदौर की दुनिया में एक अलग पहचान है. पहले मालवा की भूमि के संबंध में कहा जाता था कि मालवा माटी गहन गंभीर, पग पग रोटी डग-डग नीर, लेकिन काल के प्रवाह में मालवा से वृक्ष कम होते चले गए. उन्होंने आगे कहा, इंदौर जिले में 7 नदियों का उद्गम है और अब इंदौर ने पर्यावरण की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाया है, जिसके भविष्य में बेहतर परिणाम प्राप्त होंगे.