बाइडन पर चुनावी मैदान छोड़ने का दबाव और बढ़ा,
पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा भी बाइडन की उम्मीदवारी को लेकर अब चिंता जता चुके हैं. बाइडन को लेकर डेमोक्रेटिक पार्टी के भीतर ही कई तरह की आवाज़ उठने लगी है.
दूसरी ओर रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप बढ़त हासिल करते दिख रहे हैं. ऐसे में बाइडन का अभियान और दबाव में दिखने लगा है.
कुछ डेमोक्रेट्स राष्ट्रपति चुनाव में पार्टी की संभावनाओं को लेकर धुंधली तस्वीर पेश कर रहे हैं.
हालांकि डेमोक्रेटिक पार्टी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि पार्टी में कुछ लोग ये मान कर चल रहे हैं कि बाइडन को रेस से हटना ”अपरिहार्य” है.
अमेरिका में बीबीसी के सहयोगी सीबीएस न्यूज़ के सर्वेक्षण में दिखाया गया है कि बाइडन ट्रंप से पांच पॉइंट पीछे हैं. कैंपेन के दौरान ये अब तक का सबसे बड़ा अंतर है.
लेकिन बाइडन के कैंपेन ने डेमोक्रेटिक पार्टी के कुछ आला नेताओं के बीच जताई जा रही चिंताओं को दरकिनार कर दिया है.
बाइडन ने भी इन चिंताओं को बेबुनियाद करार दिया है. उन्होंने कहा है कि वो उम्मीदवारी नहीं छोड़ेंगे.
‘वॉशिंगटन पोस्ट’ के मुताबिक़ पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने निजी तौर कहा है कि बाइडन के राष्ट्रपति चुनाव जीतने की संभावना कम हो गई है.
हालांकि ओबामा के प्रवक्ताओं ने उनकी इस टिप्पणी को लेकर बयान देने से मना कर दिया है.
बाइडन के पिछड़ने से जुड़े सर्वेक्षण के नतीजे और ओबामा की टिप्पणी से पहले पूर्व हाउस स्पीकर नैंसी पलोसी और कांग्रेस के सबसे वरिष्ठ दो सदस्यों हकीम जैफ्रीज और चक शुमर ने भी बाइडन को अपने फैसले पर पुनर्विचार करने को कहा था.
हालांकि इनमें से किसी ने भी नहीं कहा है कि उन्होने बाइडन को ये सलाह दी थी.
डेमोक्रेटिक पार्टी के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने ‘बीबीसी न्यूज़’ से कहा कि वॉशिंगटन में मायूसी का माहौल है. उन्होंने कहा,” हम सब अपरिहार्य फ़ैसले का इंतज़ार कर रहे हैं.”
वॉशिंगटन स्टेट से कांग्रेस के डेमोक्रेटिक सदस्य एडम स्मिथ भी निराशा भरी तस्वीर पेश करते हैं.
बीबीसी रेडियो 4 के कार्यक्रम ‘द वर्ल्ड टु नाइट’ में उनसे पूछा गया कि क्या डेमोक्रेटिक पार्टी अब बाइडन की उम्मीदवारी के अंत की ओर बढ़ रही है. इस पर उन्होंने कहा, ”मुझे ऐसा महसूस होता है.”
हालांकि तुरंत ही थोड़ा संभलते हुए कहा, ”मुझे इस बारे में पता नहीं है लेकिन इसमें कोई शक नहीं है कि अब पार्टी बाइडन की उम्मीदवारी के अंत की ओर ही बढ़ रही है.”
जून 2024 में पहली प्रेसिडेंशियल डिबेट में ट्रंप के ख़िलाफ़ ख़राब प्रदर्शन के बाद से बाइडन के लिए मुश्किलों का दौर शुरू हो गया था.
पिछले कुछ समय से वो सार्वजनिक मंचों पर लोगों के नाम भूलते और लड़खड़ाते दिखे हैं. अब वो कोविड के भी शिकार हो गए हैं और फिलहाल डेलावेयर में आइसोलेशन में हैं.
इसके उलट डोनाल्ड ट्रंप जोश से भरे हुए हैं. पेंस्लिवेनिया में ख़ुद पर हुए जानलेवा हमले के बाद वो मिलवाऊकी में रिपब्लिकन पार्टी के राष्ट्रीय सम्मेलन में हिस्सा ले रहे हैं.
यहां उन्होंने अपने भाषण में कहा कि ईश्वर उनके साथ हैं. सम्मेलन में जुटे रिपब्लिकन नेता और समर्थक उत्साह से लबरेज दिख रहे हैं. इस सम्मेलन में उन्होंने औपचारिक तौर पर अपना नामांकन स्वीकार कर लिया.
बाइडन अपनी पार्टी के दबाव के बावजूद उम्मीदवारी छोड़ने के मूड में नहीं हैं. उन्हें अब भी पार्टी के नेताओं का समर्थन मिल रहा है. ख़ास कर कांग्रेस के ब्लैक सदस्यों के कॉकस का.
हालांकि अब ये साफ़ होता जा रहा है कि उन पर डेमोक्रेटिक लीडरशिप का दबाव अब ज़्यादा बढ़ गया है.
सीनेट में बहुमत के नेता चक शूमर और हाउस माइनॉरिटी नेता हकीम जेफ्रीज़ ने बाइडन से व्यक्तिगत रूप से मुलाक़ात कर कहा है कि कांग्रेस में उनके सहयोगी इस बात को लेकर चिंतित हैं कि राष्ट्रपति की व्यक्तिगत दिक्क़तें उनके दोबारा चुने जाने की संभावना को कमज़ोर कर देंगीं.
शूमर सीनेट में बहुमत के नेता हैं. बहुमत का नेता सीनेट में अपनी पार्टी का प्रमुख प्रतिनिधि होता है. वो सीनेट में सबसे ताकतवर सदस्य माना जाता है.
हालांकि शूमर ने इन ख़बरों को ‘कोरी अटकलें’ क़रार दिया वहीं जैफ्रीज ने कहा कि बाइडन से उनकी बातचीत निजी थी और निजी ही रहेगी.
इस बीच, सीएनएन ने ख़बर दी है कि पूर्व स्पीकर नैंसी पलोसी ने बाइडन से कहा है कि चुनाव पूर्व सर्वेक्षण ये बता रहे हैं कि वो दोबारा नहीं जीतेंगे. लेकिन उन्होंने भी सीएनएन की रिपोर्ट को ‘उन्माद को हवा देने वाला’ बताया. वैसे उन्होंने बाइडन से अपनी मुलाक़ात का खंडन नहीं किया है.
गुरुवार को ‘वॉशिंगटन पोस्ट’ ने ख़बर दी कि पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने अपने कुछ सहयोगियों से कहा कि बाइडन को गंभीरतापूर्वक इस बात पर विचार करना चाहिए कि क्या अपनी उम्मीदवारी पर अड़े रहना ठीक है.
मैरीलैंड से सांसद जेमी रेस्किन ने बाइडन को पत्र लिख कर उनकी उस बेसबॉल पिचर से तुलना की है जो अपने करियर के आख़िरी दौर में हैं. उन्होंने लिखा है कि रिटायर होने में कोई शर्मिंदगी नहीं है.
उन्होंने लिखा, ”जब आपके हाथ थक गए हो गए हों तो भरपूर तारीफ़ों के बीच रिटायरमेंट का एलान करने में कोई दिक्क़त नहीं होनी चाहिए.”
लेकिन बाइडन के चुनाव अभियान के वरिष्ठ सलाहकार ने इन रिपोर्टों को अनाम सूत्रों के हवाले से की गई ‘कोरी अटकलें’ क़रार दिया,
उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, ”जो बाइडन ही हमारी पार्टी के उम्मीदवार हैं. वह दोबारा राष्ट्रपति चुनाव की रेस में शामिल हैं.”
बाइडन के अभियान के डिप्टी मैनेजर क्वेंटिन फल्क्स ने कहा, ”बाइडन किसी चीज़ से डिगने वाले नहीं हैं. राष्ट्रपति ने अपना मन बना लिया है. मैं मुंहफट नहीं होना चाहता. लेकिन मुझे पता नहीं कि कितनी बार मैं इसका (बाइडन की दावेदारी) जवाब दूं.”
इस बीच, बाइडन के कोविड से संक्रमित होने की ख़बरों पर उनके डॉक्टर ने कहा कि राष्ट्रपति को कोविड के साथ सांस से जुड़ी हल्की दिक्क़त है. लेकिन उन्हें बुखार नहीं है.
व्हाइट हाउस ने कहा कि बुधवार को जब इसराइली प्रधानमंत्री बिन्यामिन नेतन्याहू यहां आएंगे तो बाइडन उनसे मुलाक़ात कर सकते हैं. बुधवार को बाइडन की प्रेस सेक्रेटरी ने बताया था कि 81 वर्षीय बाइडन की कोविड रिपोर्ट पॉज़िटिव आई है लेकिन उनका संक्रमण अधिक नहीं है.
बताया गया है कि बाइडन डेलावेयर में अपने घर पर ही अलग-थलग रहेंगे और अपने रोज़मर्रा के कामों को अंजाम देते रहेंगे.
व्हाइट हाउस का कहना है कि राष्ट्रपति को वैक्सीन और उसका बूस्टर दोनों लगाए जा चुके हैं और वे इससे पहले भी दो बार कोविड पॉज़िटिव पाए गए हैं.
बुधवार को बाइडन लास वेगास में अपने समर्थकों के बीच थे. लेकिन बाद में उन्हें एक सिविल राइट्स संस्था में अपनी स्पीच रद्द करनी पड़ी थी.
ट्रंप पर जानलेवा हमले के बाद भी प्रचार कुछ थमा था और अब कोविड ने इस पर विराम लगा दिया है.