राहुल गांधी बोले- नोटबंदी के सदमे से उबरने में मनमोहन सिंह को लगा था इतना वक्त
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने आज (27 सितंबर) कहा कि जब उन्होंने पहली बार नोटबंदी की घोषणा के बारे में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह बताया था तो उन्हें इस सदमे से उबरने में 20 सेकेंड लग गये थे। गुजरात के राजकोट में व्यापारियों से मुखातिब राहुल गांधी ने उन्हें वह वाकया सुनाया जब पीएम नरेन्द्र मोदी ने 8 नवंबर 2016 को नोटबंदी की घोषणा की थी। राहुल गांधी ने कहा कि पीएम द्वारा नोटबंदी की घोषणा के महज दो मिनट बाद ही उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को फोन किया। लेकिन मनमोहन सिंह को इस अहम आर्थिक घटनाक्रम की जानकारी नहीं थी। राहुल ने उन्हें 500 और 1000 रुपये के नोट को अवैध घोषित करने की पीएम की घोषणा से अवगत कराया। राहुल कहते हैं, ‘ दूसरी तरफ फोन पर पूरा सन्नाटा था, मैंने कई बार हेलो बोला, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। 20 सेकेंड के बाद के मनमोहन सिंह ने कहा मैं उस झटके से उबर रहा हूं जो आपने अभी हमें बताया।’ इसके बाद मनमोहन सिंह बोले, ‘इन लोगों ने ये क्या कर दिया। ये एक आपराधिक कृत्य है।’
राहुल गांधी ने कहा कि उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह के साथ 10 सालों तक काम किया है, और जब भी भारतीय अर्थव्यवस्था को चोट पहुंचती है तो उन्हें भी दुख होता है। बता दें कि पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने नोटबंदी के लिए नरेन्द्र मोदी सरकार पर कड़ी टिप्पणी की थी और इसे संगठित तरीके से की जाने वाली लूट करार दिया था।साल 2016 के संसद के शीतकालीन सत्र में पूर्व वित्त मंत्री मनमोहन सिंह ने कहा था कि नोटबंदी की वजह से जीडीपी में 2% तक गिरावट होगी। उन्होंने सरकार के इस फैसले को असंगठित क्षेत्र के लिए काफी नुकसानदायक बताया। मनमोहन सिंह ने नोटबंदी को लागू करने के तरीके से भी आपत्ति जताई थी। उन्होंने कहा कि नोटबंदी के 50 दिन गरीबों के लिए बेहद कष्टकारी रहे और देश की 55 फीसदी खेती करने वाली जनता इससे परेशान रही।