Weather Update: कई राज्यों में अगले पांच दिन हल्की से भारी बारिश के आसार; बादल फटने से पहाड़ पर तबाही

मौसम विभाग ने बताया कि उत्तरी बंगाल की खाड़ी और आसपास के इलाकों में कम दबाव का क्षेत्र बन रहा है और यह धीरे-धीरे बांग्लादेश और पश्चिम बंगाल के गांगेय क्षेत्र की ओर बढ़ रहा है। 

जम्मू-कश्मीर, उड़ीसा, राजस्थान, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश सहित देश के कई इलाकों में भारी बारिश का दौर जारी है। मौसम विभाग ने राजस्थान, जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, मध्य प्रदेश, गुजरात और महाराष्ट्र में अगले पांच दिन कहीं-कहीं भारी बरसात की संभावना जताई है। इसके अलावा पंजाब हरियाणा, दिल्ली-एनसीआर और चंडीगढ़ में कुछ जगहों पर हल्की बारिश हो सकती है। मौसम विभाग ने बताया कि उत्तरी बंगाल की खाड़ी और आसपास के इलाकों में कम दबाव का क्षेत्र बन रहा है और यह धीरे-धीरे बांग्लादेश और पश्चिम बंगाल के गांगेय क्षेत्र की ओर बढ़ रहा है। 

पूर्वी, मध्य भारत में अगले हफ्ते तेज वर्षा
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के मुताबिक, उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी और उससे सटे पश्चिम बंगाल पर कम दबाव का क्षेत्र बना है जिसके और संघटित होने की संभावना है। इसके प्रभाव से अगले सप्ताह के दौरान पूर्वी और मध्य भारत में तेज बारिश होने का अनुमान है। इसके अलावा, अगले 2-3 दिनों के दौरान केरल, तमिलनाडु, कर्नाटक में भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है। वहीं, 20 अगस्त तक हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में व्यापक रूप से हल्की/मध्यम वर्षा हो सकती है। जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, उत्तर प्रदेश, पूर्वी राजस्थान में भी छिटपुट से लेकर व्यापक वर्षा होने की संभावना है।

केरल में भारी बारिश का अनुमान, ऑरेंज अलर्ट जारी
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने अगले पांच दिनों में केरल में भारी बारिश और तेज हवाएं चलने का अनुमान जताया है। इसके चलते राज्य के चार जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। शुक्रवार को केरल के कई इलाकों में रुक-रुककर हल्की बारिश हुई। वहीं राज्य की मणिमाला और पंबा सहित विभिन्न नदियों में जलस्तर बढ़ गया। मौसम विज्ञान विभाग ने पथानामथिट्टा, कोट्टायम, इडुक्की और एर्नाकुलम में बहुत भारी वर्षा का अनुमान जताते हुए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।

वहीं तिरुवनंतपुरम, कोल्लम, पथानामथिट्टा, अलाप्पुझा, कोट्टायम, इडुक्की, एर्नाकुलम और त्रिशूर में हल्की से मध्यम बारिश और 40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने की संभावना है। अधिकारियों ने नदियों के किनारे रहने वाले लोगों से अतिरिक्त सतर्कता बरतने और जलाशय पार नहीं करने को कहा। 

तकलेच-मझाली और रोहड़ू मार्ग पर यातायात ठप
शिमला के रामपुर उपमंडल के डमराली क्षेत्र में शुक्रवार रात बादल फटने से तकलेच-मझाली और रोहड़ू मार्ग पर यातायात ठप हो गया है। यहां करीब 30 मीटर सड़क कलवर्ट सहित बह गई है। इससे क्षेत्र की पांच पंचायतों का संपर्क कट गया। यहां सेब से लदी दर्जनों गाड़ियां फंस गईं। अधिकारियों ने बताया कि देर रात हुई बारिश के कारण राष्ट्रीय राजमार्ग पांच सहित 132 सड़कों को बंद कर दिया गया। इसके अलावा 1,235 विद्युत आपूर्ति योजना प्रभावित हुई है। उधर, जम्मू के शोपियां जिले के केलर इलाके में बादल फटने से एक पुल टूट गया।

उधर, शुक्रवार एवं शनिवार तड़के तक हुई भारी बारिश से आए पानी के उफान ने संतोषगढ़-ऊना मार्ग स्थित 40 साल पुराने रामपुर पुल को क्षतिग्रस्त कर दिया। तेज उफान के बीच 120 मीटर लंबे पुल के पिलर नंबर सात, स्लैब, प्रोटेक्शन वाल बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए हैं। शुक्रवार रात भारी बारिश के बीच धुंधी के समीप भूस्खलन के चलते मनाली-लेह मार्ग कई घंटों तक बंद रहा। इस बीच वाहनों को सोलंगनाला में रोक दिया गया। हालांकि सूचना मिलने के बाद सीमा सड़क संगठन की मशीनरी मौके पर मार्ग को बहाल करने में जुट गई। बंजार के जिभी के तुन गांव में बारिश से दो मंजिला मकान के दो कमरे ढह गए हैं। जिभी वाटरफॉल नाले में बाढ़ से जिभी-गाड़ागुशैणी सड़क बंद हो गई है।

छत्तीसगढ़ और ओडिशा में बिजली गिरने से 12 लोगों की मौत
 बिजली गिरने से छत्तीसगढ़ में तीन और ओडिशा में नौ लोगों की मौत हो गई। अधिकारियों ने बताया कि छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले में तीन महिलाओं की मौत हो गई, जबकि सात लोग घायल हो गए। बताया जाता है कि सभी खेतों में काम कर रहे थे। घायलों में सभी महिलाएं हैं। सरकार ने सभी मृतकों के परिजनों को चार-चार लाख रुपये मुआवजा देने की घोषणा की है। उधर, ओडिशा के विभिन्न हिस्सों में बिजली गिरने से नौ लोगों की मौत हो गई, वहीं 12 लोग घायल हुए हैं, जिनमें चार की हालत नाजुक है।

यमुनोत्री हाईवे 15 घंटे रहा बंद, फंसे रहे सैकड़ों श्रद्धालु
शुक्रवार शाम को मूसलाधार बारिश से खरादी और कुथनौर के बीच जगह-जगह मलबा आने से यमुनोत्री हाईवे शनिवार को 15 घंटे बंद रहा, जिससे सैकड़ों श्रद्धालु और स्थानीय लोग कुथनौर, खरादी, खनेड़ा पुल के निकट फंसे रहे। 12 घंटे से अधिक समय तक विद्युत आपूर्ति भी ठप रही, जिससे लोगों को और ज्यादा परेशानी उठानी पड़ी। शुक्रवार शाम करीब छह बजे खरादी और कुथनौर के बीच यमुनोत्री हाईवे पर जगह-जगह मलबा व बोल्डर आ गए। इसके चलते हाईवे पर दोनों ओर सैकड़ों श्रद्धालुओं के वाहन और स्थानीय लोग फंस गए।