डीएम के आदेश के बाद भी मंदिर में लड़कियों को रखा जा रहा टॉपलेस

तमिलनाडु के मदुरै में एक मंदिर से मंगलवार को हैरान करने वाली तस्वीरें आई थीं। परंपरा के नाम पर यहां लड़कियों को 15 दिनों से मंदिर में टॉपलेस रखा गया था। मामला मीडिया में आने पर प्रशासन ने इसमें हस्तक्षेप किया और लड़कियों को कपड़े पहनकर पूजा करने के दिशा-निर्देश जारी किए। मगर मंदिर में अभी भी यह परंपरा जारी है। बुधवार को येजहायकथा अम्मां मंदिर (Yezhaikatha Amman temple) में उन्हीं नाबालिग लड़कियों की पूजा करते तस्वीरें सामने आईं। सभी लड़कियां इसमें टॉपलेस पूजा करते हुए दिख रही हैं। सबसे हैरान करने वाली बात है कि उनके साथ में इस दौरान एक पुजारी भी था। वे 15 दिनों तक उसी की देखरेख में थीं।

जबकि मंगलवार को यहां के कलेक्टर ने लोगों से सुनिश्चित कराने के लिए भी कहा कि लड़कियां पूजा के दौरान पूरे ढंके कपड़े पहनें। उन्होंने यह भी सुनुश्चित करने को कहा कि उनके साथ इस दौरान किसी प्रकार का दुर्व्यवहार न हो। मंदिर में ये नाबालिग लड़कियां इस हालत में 15 दिनों से हैं। तस्वीरों मं वे देवी की तरह सजी हुई दिख रही हैं और उनकी छाती पर एक भी कपड़ा नहीं है। उन्होंने सिर्फ कुछ आभूषण पहन रखे हैं।

प्रशासन से जब पहले इस बारे में पूछा गया, तो मदुरै के कलेक्टर के.वीरा राघव राव ने बताया था कि यह काफी पुरानी परंपरा है। घर वाले ही इसके लिए अपनी लड़कियों को भेजते हैं। मंदिर में लड़कियों को कपड़े पहनने के प्रशासन की ओर से बाद में निर्देश जारी किए गए, ताकि इस हालत में उनके साथ किसी प्रकार की छेड़खानी या दुर्व्यवहार न हो।

उन्होंने आगे कहा कि अधिकारियों की एक टीम मौके पर जांच-पड़ताल के लिए गई थी, लेकिन मंदिर में बच्चों के साथ किसी प्रकार के दुर्व्यवहार की बात सामने नहीं आई। कलेक्टर ने इस दौरान लोगों को निर्देश दिए हैं कि लड़कियों के शरीर परंपरा के दौरान पूरी तरह से ढंके हों। बता दें कि 60 से अधिक गांव इस परंपरा में बढ़-चढ़ कर हिस्सा लेते हैं, जिसमें किशोरियां देवी जैसे पूजी जाती हैं।

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