हमास की कैद से 11 महीने बाद रिहा, 2 पत्नी और 11 बच्चों के पिता के चेहरे की मुस्कान तो देखिए
अलकादी को बचाने वाली इजरायली सेना का कहना है कि उसने अन्य ऑपरेशन्स के दौरान सीखे गए सबक को इस बचाव अभियान में इस्तेमाल किया. इससे पहले गाजा के भीतर तीन बंधकों को इजरायली सैनिकों ने गलती से आतंकवादी समझकर गोली मार दी थी, जिससे उनकी मौत हो गई थी.
फरहान अलकादी के घर में आज बिरयानी पक रही होगी और जमकर जश्न मनाया जा रहा होगा, हो भी क्यों ना. 11 महीने बाद वह हमास की कैद से आजाद (Israel Hostage Rescued Gaza Tunnel) जो हो गए हैं. हमास की अंधेरी सुरंग में वक्त निकाल रहे अलकादी अब खुली हवा में अपनों के बीच चैन की सांस ले रहे हैं. ऐसे में जश्न होना तो लाजमी है. ये इजरायली सुरक्षा बलों के लिए भी किसी बड़ी कामयाबी से कम नहीं है, क्यों कि सुरक्षाबलों नें मंगलवार को गाजा की विशाल जमीनी सुरंग नेटवर्क से किसी कैदी को जिंदा जो बचा लिया. 7 अक्टूबर को हमास-इजरायल युद्ध के बाद ये पहली बार है, जब हमास की जमीनी सुरंग से किसी बंदी को जिंदा मुक्त करवाया गया है.
सुरंग से बचाने के बाद 52 साल के इज़राइली फरहान अलकादी को पहले अस्पताल में ले जाया गया, जहां उनका हेल्थ चेकअप किया गया. इस दौरान उनके आसपास उनके परिवार के सदस्य मौजूद थे. सभी के चेहरों पर एक सुकून देने वाली मुस्कान थी. करीब 11 महीने के युद्ध के बीच इजरायलियों के लिए यह पल बहुत ही सुकून देने वाला था. इसके साथ ही एक दर्द भी है, उन दर्जनों बंधकों के लिए, जो अभी भी हमास की कैद में हैं. उनके रिहा होने की राह पूरा इजरायल देख रहा है. इसके लिए कोशिशें लगातार जारी हैं. अलकादी ने इजरायली राष्ट्रपति इसाक हर्ज़ोग को बताया कि अन्य बंधक भी काफी पीड़ा में हैं.
गाजा की जमीनी सुरंग में अकेले रहे, सेना ने बचाया
IDF के मुताबिक, हमास की कैद में फंसे फरहान अलकादी को दक्षिणी गाजा सुरंग में अकेला पाया गया. उनको शक था कि सुरंग में आतंकवादियों और विस्फोटकों के साथ बंधक भी हो सकते हैं. सेना का कहना है कि उसने अन्य ऑपरेशन्स के दौरान सीखे गए “सबक” को इस बचाव अभियान में इस्तेमाल किया. दरअसल इससे पहले गाजा के भीतर तीन बंधकों को इजरायली सैनिकों ने गलती से आतंकवादी समझकर गोली मार दी थी, जिससे उनकी मौत हो गई थी.
हमास के जमीनी सुरंग से पहली बार कैदी को बचाया
फरहान अलकादी इज़रायल के बेडौइन अरब अल्पसंख्यक के उन आठ सदस्यों में से एक थे, जिनका 7 अक्टूबर को हमले के बाद अपहरण कर लिया गया था. वह किबुत्ज़ मैगन में एक पैकिंग फैक्ट्री में गार्ड के रूप में काम करते थे. उनकी दो पत्नियां हैं और 11 बच्चे हैं. इस सुरक्षित रेस्क्यू के बाद इजरायली सेना काफी खुश है. उन्होंने कहा कि अलकादी जिंदा बचाए गए आठ बंधकों में से एक है और जमीनी सुरंग से बचाए जाने वाले पहले व्यक्ति हैं.