चंबा:l यतीमखाने में छह बच्चियों का यौन शोषण
चंबा जिले की चुराह घाटी के एक अनाथालय में छह बच्चियों यौन शोषण का मामला सामने आने के बाद पुलिस ने यतीमखाने में तैनात लेखाकार, रसोइए और एक सफाईकर्मी को गिरफ्तार किया है। इस मामले में फौरी कार्रवाई करते हुए जिला प्रशासन ने तीनों आरोपियों को नौकरी से बर्खास्त कर दिया है। अनाथाश्रम कर्मियों की दरिंदगी का शिकार बनी इन छह बेसहारा बच्चियों का यह मामला रविवार को अनाथ आश्रम में विधिक साक्षरता शिविर के दौरान सामने आया था। गौरतलब है कि चुराह घाटी के चिल्ली स्थित अनाथघर में रहने वाली 32 कन्याओं के लिए रविवार को विधिक साक्षरता शिविर का आयोजन किया गया था। पूरे सूबे को शर्मसार करने का यह मामला उस वक्त सामने आया जब बाल कल्याण समिति के सदस्य आश्रम में समस्या को लेकर बच्चियों से अलग-अलग मुलाकात कर रहे थे। उसी दौरान एक बच्ची ने समिति को आश्रमकर्मी की अपनी व्यथा सुनाई। नतीजतन समिति सदस्यों ने गुपचुप तरीके से एक रपट तैयार करके मंगलवार को जिला प्रशासन को सौंपी। लिहाजा मामले की गंभीरता को देखते हुए फ ौरी तौर पर जिलाधीश सुदेश मोख्टा ने एक बैठक करके जांच की जिम्मेदारी सलूणी के डीएसपी महेंद्र मन्हास को सौंपी।
मंगलवार को शुरू हुई पुलिस पड़ताल के दौरान मन्हास के सामने यतीमखाने की पांच और बच्चियों ने यौनशोषण किए जाने का दुखड़ा सुनाते हुए आरोपियों में लेखाकर, रसोइए और सफ ाईकर्मी के नाम लिए। उसके बाद पुलिस ने तीनों को मौके से धर लिया। इनकी गिरफ्तारी की पुष्टि करते हुए चंबा के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक वीरेंद्र ठाकुर का कहना है कि शुरुआती जांच के बाद तीनों के खिलाफ पुलिस ने फिलहाल भारतीय दंड संहिता की धारा 354 और पोस्को एक्ट के तहत मामले दर्ज किए हैं। ठाकुर ने बताया कि बुधवार को चिकित्सकीय परीक्षण में बलात्कार का मामला साबित हो गया तो इस कानूनी धारा को बलात्कार में तब्दील कर दिया जाएगा। इधर इस बाबत उपायुक्त मोख्टा ने बताया कि बुधवार को बाकी लड़कियों से मुलाकात करने के अलावा पुलिस प्रशासन का एक दल आश्रम के दूसरे कर्मचारियों से भी पूछताछ करेगा और अगर इस मामले में और लोगों के नाम सामने आए तो उनके खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जाएगी।