चौथी बेटी पैदा हुई तो मां ने मार डाला, परिवार भी हैरान, गुनहगार तो हम भी हैं!

बच्ची की मौत के बाद शिवानी ने उसे एक बैग में रखकर बगल की छत पर फेंक दिया. इसके बाद वह सो गई. उसे समझ ही नहीं आ रहा था कि वह अपने परिवार वालों को क्या बताए. इसलिए उसने बच्चा गायब होने की कहानी बना दी. 

दिल्ली के ख्याला इलाके में ममता को शर्मसार कर देने वाली वारदात (Delhi Child Murder) सामने आई है. एक मां ने अपनी ही 6 दिन की बच्ची को मौत के घाट उतार दिया. उसका दोष सिर्फ इतना था कि वह एक लड़की थी. चौथी बार बेटी पैदा होने की बात शाहदरा की रहने वाली शिवानी सहन नहीं कर पा रही थी. वह इस बात से इतना परेशान हो गई कि उसके मन में बच्ची को मारने का ख्याल आने लगा. उसने इस काम को बखूबी अंजाम भी दे डाला और किसी को इस बात की भनक तक नहीं लगने दी. 

मां ने 6 दिन की बच्ची को मार दिया

पीएस ख्याला में सुबह करीब साढ़े पांच बजे एक पीसीआर कॉल आई, जिसमें बताया गया कि एक 6 दिन की बच्ची गायब है. मामला संवेदनशील होने की वजह से पुलिस अधिकारी और कर्मचारी तुरंत मौके पर पहुंच गए. बच्ची की मां से भी पूछताछ की गई. मां शिवानी ने बताया कि  उसको एक रात पहले ही अस्पताल से छुट्टी मिली थी, जिसके बाद वह अपने माता-पिता के घर आ गई. रात करीब 2 से 2:30 बजे के बीच उसने बच्ची को दूध पिलाया और उसे अपने बगल में लिटाकर वह सो गई. जब वह सुबह करीब 4:30 बजे उठी तो बच्ची वहां थी ही नहीं. 

पुलिस ने पूरी बात सुनने के बाद पड़ोस में लगे सीसीटीवी की जांच करने और आसपास के सभी घरों और इलाके की जांच के लिए एक टीम का गठन किया. पुलिस की तलाश के दौरान शिवानी ने कहा कि उसे अपने टांके हटवाने के लिए अस्पताल जाना है. उसकी यह बात पुलिस को अजीब जरूर लगी, लेकिन उसकी मेडिकल कंडीशन को देखते हुए पुलिस ने उसे रोका नहीं. इसी बीच तलाशी के दौरान बगल के घर की छत पर एक बैग मिला. बैग खोलते ही पुलिस सन्न रह गई. उसके अंदर तो 6 दिन की बच्ची थी. उसे तुरंत अस्पताल ले जाया गया, लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी. 

मां ने क्यों ली अपनी ही बच्ची की जान?

बच्ची को ढूढने और पूछताछ करने के दौरान शिवानी बुरी तरह से टूट गई और उसने अपना जुर्म स्वीकार कर लिया. शुरुआती पूछताछ में शिवानी ने सारा राज उगल दिया. उसने बताया कि उसने चौथी बार बच्ची को जन्म दिया है. उसकी दो बच्चियों की मौत पहले ही हो चुकी है. इस वजह से वह सामाजिक कलंक का सामना करना पड़ रहा है. बच्ची को दूध पिलाते समय उसके मन में यही विचार आ रहे थे. इसी बात से वह इतना घबरा गई कि उसने बच्ची का मुंह और गला दबा दिया, जिस वजह से उसकी मौत हो गई. बच्ची की मौत के बाद उसे एक बैग में रखकर उसने बगल की छत पर फेंक दिया. इसके बाद वह सो गई. उसे समझ ही नहीं आ रहा था कि वह अपने परिवार वालों को क्या बताए.  इसलिए उसने बच्चा गायब होने की कहानी बना दी. 

पुलिस को मां पर कैसे हुआ हत्या का शक?

पुलिस को शिवानी का व्यवहार थोड़ा संदिग्ध लग रहा था. इसलिए कर्मचारियों को अस्पताल, बस, मेट्रो स्टेशनों और शाहदरा में उनके घर पर तलाशी के लिए भेजा था.  पुलिस ने अब शिवानी के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर लिया है. पुलिस उसके बयान की पुष्टि करने और मौत की वजह का पता लगाने के लिए शव के पोस्टमॉर्टम तक इंतजार कर रही है.

समाज का ये कैसा डर?

बच्ची की हत्या की गुनहगार सिर्फ उसकी मां शिवानी ही नहीं बल्कि हम भी हैं. समाज के उस हिस्से के तौर पर हमें ये सोचने की जरूरत है कि आखिर शिवानी के भीतर ममता के बजाय वो डर पैदा ही क्यों हुआ, जिसकी वजह से उसने अपनी 6 दिन की बच्ची को मार डाला. क्यों उसकी ममता पर समाज का डर हावी हो गया और वह इस तरह का भयावह कदम उठाने पर मजबूर हो गई.