वेटरन अजिंक्य रहाणे ने युवाओं को पीछे छोड़ा, मुश्ताक अली ट्रॉफी में कर दिया यह धमाका
टेस्ट टीम से काफी पहले बाहर हो चुके अजिंक्य रहाणे की अपने 37वें साल में चल रहे हैं, लेकिन ऐसा लग रहा है कि समय गुजरने के साथ-साथ उनकी बैटिंग और जवान हो रही है. जहां खेली जा रहे राष्ट्रीय प्रीमियर टूर्नामेंट सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी (Syed Muhtaq Ali trophy) में पृथ्वी शॉ (Prithvi Shaw) जैसे बल्लेबाज रन बनाने के लिए जूझ रहे हैं, तो कप्तान अजिंक्य रहाणे ने सेमीफाइनल मुकाबले में बड़ौदा कें बॉलरों का बुरी तरह बैंड बजाते हुए अपनी टीम को फाइनल में पहुंचा दिया. और पांड्या बंधुओं की टीम टूर्नामेंट से बाहर हो गई. बड़े मुकाबले में हाओर्दिक पांड्या (5) भी बल्ले से कुछ खास नहीं कर सके.शॉ के साथ पारी की शुरुआत करने आए अजिंक्य ने 56 गेंदों पर 11 चौकों और 5 छक्कों से 98 रन बनाए, तो इसी के साथ ही उन्होंने टूर्मामेंट में बड़ा कारनामा कर दिखाया
रहाणे का दम, युवा हुए बेदम !
निश्चित तौर पर रहाणे ने जो कर दिखाया है, वह युवा खिलाड़ियों के लिए एक बड़ी प्रेरणा है. एक तरफ जहां लगभग उनकी ही उम्र के सुरेश रैना पिछले कई सालों से वेटरन क्रिकेट खेल रहे हैं, तो दूसरी ओर रहाणे पेशेवर क्रिकेट में बॉलरों की बखिया उधेड़ रहे हैं. अब जबकि टूर्नामेंट का फाइनल बाकी है, तो लगता नहीं कि कोई बल्लेबाज इस सीजन में रहाणे से ज्यादा रन बना जाएगा. सेमीफाइनल में 98 रन की आतिशी पारी के साथ ही रहाणे सीजन में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज बन गए. अभी तक रहाणे ने 8 मैचों की सी 7 पारियों में 61.71 के औसत से 432 रन बनाए हैं. उनके बाद दूसरे नंबर पर बिहार के सकिबुल गनी (353) हैं. इन सहित बाकी बल्लेबाज वे हैं, जिनकी टीम होड़ से बाहर हो चुकी है.
शुरुआत में नहीं बिके थे नीलामी में, लेकिन…
रहाणे ने आतिशी 98 रन बनाकर यह दिखाया कि पिछले दिनों हुई आईपीएल मेगा नीलामी में उन्हें हल्के में एक बड़ी गलती थी. शुरुआती दौर में किसी भी फ्रेंचाइजी ने अजिंक्य पर बोली नहीं लगाई थी, लेकिन सबसे आखिरी राउंड में केकेआर ने रहाणे को 1.5 करोड़ रुपये की कीमत पर खरीदा. अब सेमीफाइनल में बड़ौदा के खिलाफ नाबाद 98 रन की पारी के बाद रहाणे को केकेआर की कप्तानी मिलने की भी चर्चा हो चली है.