संगम की रेती पर श्रद्धालुओं का रेला, पहले शाही स्नान से पहले महाकुंभ का रंग देखिए
इस बार महाकुंभ में 45 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है. महाकुंभ के दौरान श्रद्धालु पवित्र स्नान के लिए गंगा, यमुना और सरस्वती नदियों के संगम पर एकत्रित होंगे.13 जनवरी से शुरू होकर, महाकुंभ का समापन 26 फरवरी को होगा. कल महाकुंभ में पहला शाही स्नान है.
संगम नगरी प्रयागराज में 13 जनवरी यानी कल से महाकुंभ मेला शुरू हो रहा है और कल पहला शाही स्नान होने जा रहा है. हर कोई महाकुंभ जाने से अपने आप को रोक नहीं पा रहा है. देश के कोने-कोने से अलग-अलग वेशभूषा में साधु-संत और लोग यहां पर पहुंच रहे हैं. यहां तक की विदेश से भी लाखों श्रद्धालु यहां पर आ रहे हैं. महाकुंभ के लिए प्रयागराज नगरी पूरी तरह से सज चुकी है.
यहां पहुंचे कुछ लोगों ने बताया कि वो दिल्ली से आए हैं और इस बार कुंभ का आयोजन काफी अच्छा हो रहा है. व्यवस्था काफी अच्छी की गई है, कोई परेशानी नहीं हो रही है. एक शख्स ने आईएएनएस को बताया कि “प्रयागराज आकर बहुत आनंद आ रहा है. महादेव की कृपा से भोले की फौज, मौज करेगी.”
उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में 13 जनवरी से 26 फरवरी तक महाकुंभ का आयोजन होना है. 144 साल बाद महाकुंभ के लिए कुछ खास संयोग बन रहा है. इस बड़े धार्मिक आयोजन में करीब 40 से 45 लाख लोगों के आस्था की डुबकी लगाने का अनुमान लगाया जा रहा है.
शाही स्नान की तिथियां
- 13 जनवरी 2024- पौष पूर्णिमा
- 14 जनवरी 2025 – मकर संक्रांति
- 29 जनवरी 2025 – मौनी अमावस्या
- 3 फरवरी 2025 – वसंत पंचमी
- 12 फरवरी – माघ पूर्णिमा
- 26 फरवरी – महाशिवरात्रि पर्व
प्रशासन ने की है खास तैयारियां
‘महाकुंभ 2025’ कई मायनों में खास होने वाला है. महाकुंभ के दौरान श्रद्धालुओं के लिए संगम स्नान को सुगम और आसान बनाने के लिए उत्तर प्रदेश रोडवेज 7,000 बसें चलाने की तैयारी कर रहा है जबकि मेला क्षेत्र के लिए 550 शटल बसें संचालित की जाएंगी.
विशाल मेला मैदान में 28,000 से अधिक शौचालय बनाये गये हैं, जिनमें सेप्टिक टैंक के साथ 12,000 ‘फाइबर- रीइनफोर्स्ड’ प्लास्टिक शौचालय और 16,100 पूर्वनिर्मित स्टील शौचालय शामिल हैं. इनकी साफ-सफाई के लिए 15 हजार सफाई कर्मचारी तैनात किए जाएंगे.
पर्यटकों को पार्किंग की समस्या का सामना न करना पड़े, इसके लिए व्यवस्था की गई है. इस संबंध में 101 स्मार्ट पार्किंग स्थल बनाए गए हैं, जो प्रतिदिन पांच लाख वाहनों को समायोजित करने में सक्षम हैं.
मेला क्षेत्र में पानी की सुविधा देने के लिये 1,250 किलोमीटर लंबी पाइपलाइन बिछायी गयी है. इसके अलावा 67 हजार एलईडी लाइट, दो हजार सोलर लाइट और तीन लाख पौधे लगाए जा रहे हैं.