दिल्ली ने 26 साल बाद खिलाया कमल, डूबेगी AAP की नैया, देखिए सभी EXIT POLLS के नतीजे
अब तक आए 8 एग्जिट पोल के अनुमान आ चुके हैं. इन सभी में BJP को बंपर बहुमत मिलता दिखाई दे रहा है. सिर्फ एक एग्जिट पोल ने AAP को 35 से ज्यादा सीटें मिलती दिखाई हैं. ज्यादातर एग्जिट पोल के नतीजों के मुताबिक, आम आदमी पार्टी (AAP) की सीटें आधी तक घटने का अनुमान है.
दिल्ली की 70 विधानसभा सीटों पर बुधवार को वोटिंग खत्म हो चुकी है. इस बार AAP चौथी बार सत्ता हासिल करने के लिए जोर लगा रही है. BJP को भी 27 साल बाद वापसी की उम्मीद कर रही है. दूसरी ओर कांग्रेस भी अपने हाथ मजबूत करने की कोशिश में लगी है. दिल्ली की सत्ता किसे मिलेगी, ये तो 8 फरवरी को नतीजे आने पर पता चलेगा. उससे पहले तमाम न्यूज चैनलों और एजेंसियों के एग्जिट पोल के नतीजे सामने हैं.
अब तक आए 8 एग्जिट पोल के अनुमान आ चुके हैं. इन सभी में BJP को बंपर बहुमत मिलता दिखाई दे रहा है. सिर्फ एक एग्जिट पोल ने AAP को 35 से ज्यादा सीटें मिलती दिखाई हैं. ज्यादातर एग्जिट पोल के नतीजों के मुताबिक, आम आदमी पार्टी (AAP) की सीटें आधी तक घटने का अनुमान है.
मैट्रिज ने दिल्ली में AAP के लिए 32-37 सीटें, BJP के लिए 35-40 सीटें और कांग्रेस के लिए 0-1 सीटों का अनुमान जताया है.
–पीपुल्स इनसाइट ने अपने एग्जिट पोल्स में AAP को 25-29 सीटें, BJP को 40-40 सीटें और कांग्रेस को 0-1 सीटें देने का अनुमान जताया है.
–JVC पोल्स ने AAP को 22-31, BJP को 39-45 और कांग्रेस को 0 से 2 सीटों का अनुमान दिया है.
–पीपुल्स पल्स ने अपने एग्जिट पोल्स में AAP को 10-19, BJP को 51-60 और कांग्रेस को 0 सीटें दी हैं.
–P मार्क के एग्जिट पोल्स में AAP को 21-31, BJP को 39-49 और कांग्रेस के लिए 0-1 सीटों का अनुमान जताया है.
–चाणक्या स्ट्रैटजीज ने AAP को 25-28, BJP को 39-44 और कांग्रेस को 2-3 सीटें दी हैं.
–पोल डायरी ने अपने एग्जिट पोल में AAP को 18-25, BJP को 42-50 और कांग्रेस को 0 से 2 सीटें दी हैं.
–डीवी रिसर्च ने AAP 26-34 और BJP को 36-44 सीटों का अनुमान दिया है. कांग्रेस के लिए जीरो सीट का अनुमान है.
–माइंडस ब्रिंक के एग्जिट पोल्स में AAP को 44-49, BJP को 21 से 25 सीटों का अनुमान जताया गया है. इस एग्जिट पोल में कांग्रेस के लिए 0-1 सीट का अनुमान है.
–वीप्रिसाइड (WeePreside) ने अपने एग्जिट पोल में AAP को 46 से 52, BJP को 18 से 23 और कांग्रेस को 0-1 सीटें दी हैं.
दिल्ली में 2013 के 49 दिन को छोड़ दे, तो 2015 से लगातार AAP की सरकार है. शराब घोटाले के आरोप के बाद आम आदमी पार्टी की इमेज को काफी नुकसान पहुंचा है. इस मामले में नाम आने के बाद अरविंद केजरीवाल को 9 साल 7 महीने बाद CM पद से इस्तीफा देना पड़ा. इसके बाद आतिशी CM बनीं. इस बार केजरीवाल नई दिल्ली से चुनावी मैदान में हैं. जबकि आतिशी कालकाजी से अपनी किस्मत आज़मा रही हैं.
पिछले 3 चुनावों में कैसे रहे एग्जिट पोल और फाइनल नतीजे
2013 में आम आदमी पार्टी (AAP) की शुरुआत के बाद से एग्जिट पोल और सर्वे अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली पार्टी की पहुंच को भांपने में फेल रहे हैं. जबकि 2013 में एग्जिट पोल ने दिल्ली में हंग असेंबली का अनुमान जताया था, जो बिल्कुल सही साबित हुए थे. फिर 2015 और 2020 के चुनाव में तमाम एग्जिट पोल ने AAP और BJP के बीच बहुत करीबी मुकाबले की भविष्यवाणी की थी. लेकिन इन दोनों चुनावों में AAP ने जबदस्त बहुमत हासिल किया था.
-2020 में दिल्ली की जनता ने विधानसभा चुनाव के लिए 8 फरवरी को वोट डाला था. चुनाव के बाद जो एग्जिट पोल जारी किए गए थे, उनमें करीब सभी एजेंसियों ने AAP को बहुमत मिलता दिखाया था.
-जब नतीजे सामने आए, तो आम आदमी पार्टी ने 70 में से 62 सीटों पर जीत दर्ज की. BJP को 8 सीटें मिलीं.
-2015 के चुनाव में दिल्ली की जनता ने 7 फरवरी को वोट डाला. चुनाव के बाद करीब-करीब सभी एग्जिट पोल ज्यादातर एग्जिट पोल AAP और BJP के बीच कांटे की टक्कर बता रहे थे.
– जब नतीजे आए तो अरविंद केजरीवाल की अगुवाई में AAP ने प्रचंड बहुमत हासिल कर नया इतिहास रचा. उसने 70 में से 67 सीटें जीती. BJP को 3 सीटों पर संतोष करना पड़ा. इस बार भी कांग्रेस के हाथ खाली रहे.
-2013 में दिल्ली में 4 दिसंबर को मतदान कराया गया था. इसके नतीजे 8 दिसंबर को जारी किए गए थे. ज्यादातर एग्जिट पोल में BJP को सबसे बड़ी पार्टी बताया गया था. दूसरे नंबर पर कांग्रेस और तीसरे नंबर पर AAP को रखा गया था. कुछ एग्जिट पोल में BJP को बहुमत मिलने का भी अनुमान लगाया गया था.
-जब नतीजे आए तो किसी भी दल को बहुमत नहीं मिला. BJP सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी. BJP को 32 सीटें मिली. AAP को 28 सीटों पर जीत हासिल हुई. कांग्रेस के हाथ में 8 सीटें गई थीं.