इस दिवाली पर अयोध्या में पहली बार बड़े पैमाने पर होगा कार्यक्रम, योगी के आदेश पर तैयारी में जुट गया प्रशासन
उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने अयोध्या में सरयू नदी के किनारे दिवाली पर भव्य आयोजन करने का फैसला किया है। इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, यूपी के राज्यपाल राम नाईक, योगी मंत्रिमंडल के मंत्री और प्रदेश के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहेंगे। मुख्यमंत्री कार्यालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने खबर की पुष्टि करते हुए बताया कि पिछले हफ्ते सचिवालय ने फैजाबाद के जिला प्रशासन एवं अन्य संबंधित अधिकारियों से इस बाबत बैठक की। बैठक में अधिकारियों को सीएम आदित्यनाथ की इच्छा के फैसले से अवगत कराया गया और जरूरी तैयारी शुरू करने का आदेश दिया गया। आयोजन के दौरान सरयू नदी के किनारे स्थिति चुनिंदा इमारतों पर सजावटी रोशनी भी की जाएगी। सूत्रों के अनुसार मुख्य कार्यक्रम दिवाली से एक दिन पहले 18 अक्टूबर को आयोजित होगा। दिवाली के दिन योगी आदित्यनाथ गोरखपुर के गोरखनाथ मंदिर में पूजा करेंगे।
सूत्रों के अनुसार विवादित राम जन्म भूमि की कानूनी कारणों से सजावट नहीं की जाएगी। गुरुवार (28 सितंबर) को लखनऊ में एक बैठक में कार्यक्रम की अंतिम रूपरेखा तैयार की जाएगी। कार्यक्रम की तैयारी राज्य के पर्यटन मंत्रालय की देखरेख में होगी। इसे सफल बनाने के लिए राज्य के संस्कृति मंत्रालय, शहरी विकास मंत्रालय, लोक निर्माण विभाग, गृह, ऊर्जा और कृषि मंत्रालयों को आयोजन से जुड़े अलग-अलग दायित्व दिए जा रहे हैं। पर्यटन मंत्रालय के डायरेक्टर जनरल और प्रधान सचिव अवनीश कुमार अवस्थी ने अयोध्या में आयोजन की पुष्टि की और कहा कि सीएम आदित्यनाथ की उसमें मौजूद रहेंगे। अवस्थी ने कहा, “कार्यक्रम का मकसद अयोध्या में पर्यटन को बढ़ावा देनेा है।” अवस्थी ने बताया कि फैजाबाद के जिलाधिकारी कार्यक्रम में होने वाले संभावित आयोजनों की रूपरेखा प्रस्तुत करेंगे और कार्यक्रम दो दिवसीय होगा।
अवस्थी ने बताया कि योगी सरकार अयोध्या के विकास के लिए कुछ नई परियोजनाओं की भई घोषणा करने वाली है। संभव है कि यूपी के धार्मिक स्थलों को जोड़ने वाली हेलीकॉप्टर सेवा योजना का भी इस मौके पर घोषणा की जाए। फैजाबाद में पिछले हफ्ते हुई बैठक में हुई चर्चा से परिचित सूत्रों ने बताया कि राम की पैड़ी, कनक भवन, हनुमान गढ़ी और कुछ अन्य मंदिरों को दिवाली पर सजाया जाएगा। इसके अलावा शहर के मुख्य चौराहों और भवनों को भी सजाया जाएगा। सजावट के लिए मिट्टी के दिए और बिजली की झालरों का प्रयोग किया जाएगा। सीएम पद की कुर्सी संभालने के बाद योगी आदित्यनाथ कम से कम दो बार अयोध्या का दौरा कर चुके हैं।