शोएब अख्तर ने इस खिलाड़ी को बताया विश्व क्रिकेट में हार्दिक पंड्या से भी बेहतर ऑलराउंडर

हार्दिक पंड्या (Hardik Pandya) ने अपने ऑलराउंड पऱफॉर्मेंस से दुनिया के हैरान करते जा रहे हैं. इस समय हार्दिक दुनिया के बेहतरीन ऑलराउंडर हैं, इसमें कोई शक नहीं है. लेकिन शोएब अख्तर ने हार्दिक पंड्या को लेकर एक ऐसा बयान दिया है जिसने फैन्स के बीच खलबली मचा दी है. पाकिस्तान के शो गेम ऑन है पर पूर्व क्रिकेटर शोएब अख्तर और मोहम्मद हफीज ने इस बारे में बात की और दोनों का मानना ​​है कि पंड्या उम्मीदों से बढ़कर प्रदर्शन करते हैं.  अख्तर ने इस बात पर जोर दिया कि भले ही पंड्या ली, यूनिस या श्रीनाथ जैसे दिग्गजों की बराबरी न कर पाएं, लेकिन उनकी सफलता का श्रेय उन्हें दिए गए आत्मविश्वास को जाता है.

अख्तर ने पंड्या  को लेकर कहा, “हार्दिक पंड्या भले ही मैल्कम मार्शल, वकार यूनिस, जवागल श्रीनाथ या ब्रेट ली की श्रेणी में न आते हों.. उनकी ताकत उनकी मानसिकता में है. चाहे नई गेंद हो या पारी के बीच में आना हो, वह किसी भी परिस्थिति के लिए तैयार रहते हैं.  हालांकि, जरूरी नहीं कि वह सबसे मजबूत हिटर भी हों.  जो चीज उन्हें दूसरों से अलग बनाती है, वह है उनका यह विश्वास कि यह उनका मंच है और आज उपलब्ध अवसर उन्हें महानता हासिल करने में मदद कर सकते हैं. यही वह चीज है जो बाजार किसी को भी बड़ा बनने का मौका देता है.”

पूर्व पाकिस्तानी तेज गेंदबाज ने यह भी बताया कि पंड्या जिस तरह की पावर हिटिंग बल्लेबाजी करते हैं, वह 2000 के दशक की शुरुआत में जिस पाकिस्तानी टीम में उन्होंने खेला था, उसमें काफी आम थी, खासकर अब्दुल रज्जाक जैसे खिलाड़ियों के साथ.. अख्तर ने कहा, “हमारी टीम में इस तरह की बल्लेबाजी आम थी, वह वास्तव में अच्छा है, लेकिन पाकिस्तान के लिए वह आदर्श  समय था.’ (Shoaib Akhtar on Best All rounder in World Cricket)

हफीज ने अख्तर की भावनाओं को दोहराते हुए कहा कि रज्जाक, पंड्या से बेहतर ऑलराउंडर थे. हफीज ने आगे कहा, “मैं अख्तर सहमत हूं, अगर आप अब्दुल रज्जाक के प्रदर्शन को देखें, तो वह कहीं बेहतर और अधिक निपुण खिलाड़ी थे.  लेकिन दुर्भाग्य से, सिस्टम ने उनके साथ अच्छा व्यवहार नहीं किया, और उन्होंने अपनी पूरी क्षमता को उजागर करने के लिए खुद को प्रेरित भी नहीं किया. कौशल के मामले में, वह अधिक सक्षम थे, और उनका प्रदर्शन हार्दिक के इस संस्करण से बेहतर था.” इसके अलावा अख्तर ने 2010 में दुबई में साउथ अफ्रीका के खिलाफ अब्दुल रज्जाक की 72 गेंदों पर नाबाद 109 रनों की शानदार पारी को याद किया, जहां उन्होंने अकेले दम पर पाकिस्तान को जीत दिलाई थी.

अख्तर ने कहा, “रज्जाक ने विभिन्न क्रम पर बल्लेबाजी की, लेकिन उन्हें कभी वह पहचान नहीं मिली जिसके वे हकदार थे, साउथ अफ्रीका के खिलाफ उस अविस्मरणीय मैच के.. उनकी बल्लेबाजी इतनी खतरनाक थी उस समय, न तो रज्जाक और न ही अजहर महमूद को वह सम्मान मिला जिसके वे हकदार थे. “