MP के 9 रेलवे स्टेशन हुए ‘ग्रीन’, ISO 14001 सर्टिफिकेट से यात्रियों को क्या फायदा मिलेगा?

भारतीय रेल और रेल यात्रियों से जुड़ी एक अच्छी खबर भोपाल रेल मंडल से आयी है. मध्य प्रदेश के 9 रेलवे स्टेशनों को ग्रीम स्टेशन का दर्जा मिल गया है. इस स्टेशनों को ISO 14001 सर्टिफिकेशन हासिल हुआ है. जो स्टेशन ग्रीन हुए हैं उनमें भोपाल, बीना, इटारसी, गंजबासौदा, गुना, नर्मदापुरम, साँची, शिवपुरी और विदिशा हैं. अब यात्रियों को यहां स्वच्छ, स्वस्थ और पर्यावरण-अनुकूल रेल यात्रा का अनुभव मिलेगा. रेल अधिकारियों का कहना है कि मंडल रेल प्रबंधक देवाशीष त्रिपाठी के नेतृत्व में पश्चिम मध्य रेलवे का भोपाल मंडल यात्रियों को बेहतर और पर्यावरण-अनुकूल रेल यात्रा अनुभव प्रदान करने के लिए लगातार प्रयास कर रहा है. इसी कड़ी में भोपाल मंडल के 9 प्रमुख रेलवे स्टेशनों को हाल ही में ISO 14001:2015 पर्यावरण प्रबंधन प्रणाली (EMS) का प्रतिष्ठित प्रमाणपत्र प्राप्त हुआ है.

क्या है EMS सर्टिफिकेट?

ISO 14001 EMS प्रमाण पत्र एक अंतरराष्ट्रीय मान्यता प्राप्त प्रणाली है जो रेलवे स्टेशनों को स्वच्छता, जल संरक्षण, ऊर्जा दक्षता और हरित निर्माण तकनीकों के बेहतर प्रबंधन के लिए दिशा-निर्देश प्रदान करता है. इसके तहत रेलवे स्टेशनों पर पर्यावरणीय गुणवत्ता में सुधार किया जाता है, जिससे यात्रियों को स्वस्थ और सुरक्षित वातावरण मिलता है.

भोपाल मंडल के स्टेशनों पर साफ-सफाई के उच्च मानक सुनिश्चित करने, कचरे का वैज्ञानिक और व्यवस्थित निपटान, पुनर्चक्रण (रीसाइक्लिंग) की व्यवस्था, ऊर्जा बचत हेतु अत्याधुनिक उपकरणों का उपयोग तथा सौर ऊर्जा जैसे नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों को प्रोत्साहित किया जा रहा है. यात्री सुविधाओं में जल-संरक्षण उपायों को अपनाकर जल की बचत की जा रही है.

भोपाल, बीना, इटारसी, गंजबासौदा, गुना, नर्मदापुरम, साँची, शिवपुरी और विदिशा स्टेशन पर लागू इन पहल से यात्रियों के लिए स्वच्छ, स्वस्थ और पर्यावरण-अनुकूल वातावरण सुनिश्चित हुआ है. यात्रियों को साफ-सुथरे प्लेटफार्म, सुरक्षित पेयजल, स्वच्छ शौचालय और बेहतर वायु गुणवत्ता प्राप्त हो रही है, जिससे उनकी यात्रा सुखद और आरामदायक बन रही है.

रेल अधिकारी का क्या कहना है?

रेलवे के वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक सौरभ कटारिया ने कहा कि ISO प्रमाणन यात्रियों की आवश्यकताओं को ध्यान में रखकर लिया गया कदम है. इससे भोपाल मंडल में रेलवे यात्रा को और बेहतर, आरामदायक एवं पर्यावरण के अनुकूल बनाने में मदद मिलेगी. उन्होंने आशा जताई कि भविष्य में रेलवे यात्रियों को और भी उन्नत, आधुनिक और पर्यावरण हितैषी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी.