जब कोई खिलाड़ी…’, मैदान पर किस बात को लेकर भड़क जाते हैं धोनी, खुद माही ने बताया

MS Dhoni on Why he gets angry on the field: धोनी (MS Dhoni) ने पहली बार किसी कंटेंट क्रिएटर को इंटरव्यू दिया है. कंटेंट क्रिएटर राज शमानी के पॉडकास्ट पर धोनी ने कई दिलचस्प बात कही है. धोनी ने पॉडकास्ट में अपने गुस्से को लेकर भी बात की और बताया है कि उन्हें किस बात को लेकर ज्यादा गुस्सा आता है. बता दें कि धोनी को सबसे कूल खिलाड़ी और कप्तान के तौर पर जाना जाता है, ऐसा काफी कम बार देखने को मिला है जब धोनी क्रिकेट के मैदान पर अपने गुस्से का इजहार करते हैं. अब धोनी ने इंटरव्यू में अपने गुस्से को लेकर बात की और बताया है कि आखिर उन्हें किस बात पर ज्यादा गुस्सा आता है. धोनी ने कहा कि, “मुझे भी गुस्सा आता है. ऐसी बात नहीं है कि मैं गुस्सा नहीं होता हूं. क्रिकेट के मैदान पर भी ये बातें होती है”.
धोनी ने इस बारे में आगे कहा, “हां काफी बार होता है. क्रिकेट के मैदान पर भी मुझे गुस्सा आता है. मेरे लिए क्रिकेट के मैदान पर गुस्सा उस समय आता है जब आपको पता है इसके बाद भी आप उसको लेकर गलती करते हैं. देखिए मैदान पर कैच छोड़ने से मुझे फर्क नहीं पड़ता है. ये बातें होते रहती है. असल में गुस्सा उस चीज पर आता है जब आपको पता है कि ये चीजें नहीं करनी है उसके बाद भी आप वो चीज करते हैं. आपका ध्यान खेलने के समय कप्तान या फिर गेंदबाज की ओर होना चाहिए. खेलने के समय आपका पूरा फोकस इन दो जगह पर होना ही चाहिए. यदि आप ऐसा नहीं करते हैं तो मुझे इस बात को लेकर गुस्सा आता है. क्योंकि ये कंट्रोल करने वाली बात है. मैं यह नहीं कह रहा हूं कि आपको 100 रन बनाने हैं या विकेट लेने हैं. लेकिन आप जो चीजें कर सकते हैं वो तो मैदान पर करो.”
पूर्व भारतीय कप्तान ने आगे कहा, “देखिए आपने किस चीज का सपना देखा था. आपने भारत के लिए खेलने का सपना देखा था जो सकार हो गया है. आप भारत के लिए खेल रहे हैं लेकिन इसके बाद भी यदि आप क्रिकेट के मैदान पर अपना 100 फीसदी नहीं देते हैं तो यह देखकर गुस्सा आता है”.
माही ने आगे कहा, “जब आप बड़े हो रहे थे तो आपने क्या सोचा था. आपने यही सोचा था कि भारत के लिए खेलना है. इंडिया के लिए अच्छा करना है. आप कुछ समय से इंडिया के लिए खेल रहे हैं और आपके जेहन में ये भी बात नहीं है कि आपको यहां 100 फीसदी देना है. क्योंकि इतना ही आपके कंट्रोल में हैं. कई बार होता है कि आप मिस कर जाते हैं. लेकिन यदि आप पूरा ध्यान खेल पर नहीं लगाते हैं और इधर-उधर करते हैं तो फिर आपको गुस्सा आता है. लेकिन ऐसा नहीं है कि मैं उसे वहीं बताउंगा, बाद में उसे बाहर ले जाकर बताउंगा, देखिए ऐसा सबके साथ होता है. मेरे साथ भी ऐसा कभी ने कभी हुआ है. तुम्हारे साथ भी हो रहा है. यह परेशानी की बात नहीं है लेकिन अगले बार से ये गलती नहीं होना चाहिए. ग्रेट और अच्छे खिलाड़ियों में यही अंतर होती है, महान खिलाड़ी गलती को लगातार दोहराते नहीं हैं.”