भारत-ऑस्ट्रेलिया 4th One Day: रोमांचक मैच में AUS ने 21 रन से मारी बाजी

ऑस्ट्रेलिया ने एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम में खेले गए चौथे वनडे मैच में गुरुवार (28 सितंबर) को भारत को 21 रनों हरा दिया। इस जीत के साथ ऑस्ट्रेलिया ने पांच वनडे मैचों की सीरीज में अपना खाता खोला। इस हार के बाद भी मेजबान भारत 3-1 की अजेय बढ़त लिए हुए है। ऑस्ट्रेलिया ने पहले बल्लेबाजी करते हुए डेविड वार्नर (124) और एरॉन फिंच (94) के बीच पहले विकेट के लिए हुई 231 रनों की साझेदारी के दम पर भारत के सामने 335 रनों का विशाल लक्ष्य रखा। मेजबान टीम केदार जाधव (67), रोहित शर्मा (65) और अजिंक्य रहाणे (53) की अर्धशतकीय पारियों के बावजूद भी लक्ष्य हासिल नहीं कर सकी और पूरे 50 ओवर खेलने के बाद आठ विकेट के नुकसान पर 313 रन बना सकी।

अगर भारतीय टीम यह मैच जीत जाती तो कोहली वनडे मैचों में लगातार जीत के महेंद्र सिंह धोनी के रिकार्ड को तोड़ देते। धोनी के नाम वनडे में लगातार नौ जीत का रिकार्ड है। कोहली ने इंदौर में खेले गए इस सीरीज के तीसरे मैच में जीत हासिल करते हुए धोनी के रिकार्ड की बराबरी तो कर ली थी, लेकिन वह इस रिकार्ड को तोड़ नहीं सके।

विशाल लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम को रोहित और रहाणे ने मनमाफिक शुरुआत दी और पहले विकेट के लिए 18.2 ओवरों में 106 रनों की साझेदारी की। अर्धशतक पूरा करने के थोड़ी देर बाद ही रहाणे, केन रिचर्डसन का शिकार हो गए। रहाणे ने 66 गेंदों का सामना करते हुए छह चौके और एक छक्का लगाया।

कुछ देर बाद रोहित और कप्तान विराट कोहली (21) के बीच रन लेने में गलतफहमी हुई और रोहित पवेलियन लौट गए। रोहित ने अपनी पारी में 55 गेंदें खेलीं और पांच शानदार छक्के लगाए । कोहली (21), नाथन कल्टर नाइल की गेंद को पर बोल्ड हो गए। 147 के कुल स्कोर तक भारत ने अपने तीन प्रमुख बल्लेबाजों को खो दिया था।

यहां से बेहतरीन फॉर्म में चल रहे हार्दिक पांड्या (41) और जाधव ने टीम को संभाला और चौथे विकेट के लिए 78 रन जोड़े। पांड्या ने एक बार फिर लेग स्पिनर एडम जाम्पा को अपना निशाना बनाया, लेकिन जाम्पा ने ही 38वें ओवर में उन्हें वार्नर के हाथों कैच कराया।

जाधव ने इसके बाद मनीष पांडे (33) के साथ टीम की जीत दिलाने के लिए संघर्ष किया, लेकिन यह दोनों खिलाड़ी असफल रहे। 69 गेंदों का सामना करते हुए सात चौके और एक छक्का मारने वाले जाधव 46वें ओवर में पवेलियन लौट लिए। 47वें ओवर की पहली गेंद पर पांडे आउट हुए। महेंद्र सिंह धोनी ने 10 गेंदों में एक चौका और एक छक्का मार टीम को जीत दिलाने की कोशिश की लेकिन रिचर्डसन ने 48वें ओवर में उनकी पारी का अंत किया।

इससे पहले, ऑस्ट्रेलिया ने टॉस जीतकर बल्लेबाजी चुनी और वार्नर-फिंच की सलामी जोड़ी ने अपने कप्तान के फैसले को सही साबित किया। इस जोड़ी ने वनडे में ऑस्ट्रेलिया की तरफ से भारत के खिलाफ पहले विकेट के लिए सबसे बड़ी साझेदारी का रिकार्ड अपने नाम किया। नियमित गेंदबाजों के असफल होने के बाद भारतीय कप्तान विराट कोहली ने गेंद पार्ट टाइम गेंदबाज जाधव को थमाई और जाधव ने 35वें ओवर की आखिरी गेंद पर वार्नर को अक्षर पटेल के हाथों कैच कराया।

अपना 100वां वनडे खेल रहे वार्नर ने 119 गेंदों का सामना करते हुए 12 चौके तथा चार छक्के लगाए। इसके साथ ही वार्नर सौवें वनडे मैच में शतक जमाने वाले पहले ऑस्ट्रेलियाई और विश्व के आठवें बल्लेबाज बन गए। उनके जाने के बाद फिंच भी पवेलियन लौट लिए। फिंच को उमेश यादव ने पांड्या के हाथों कैच कराया। कप्तान स्टीव स्मिथ तीन रन ही बना सके। यहां से ऑस्ट्रेलियाई टीम की लय बिगड़ गई और वह जिस लक्ष्य की ओर जाती दिख रही थी, उससे कुछ पीछे रह गई।

अंत में पीटर हैंड्सकॉम्ब ने 30 गेंदों में तीन चौकों और एक छक्के की मदद से 43 रनों की पारी खेली। मार्कस स्टोइनिस नौै गेंदों में 15 रन बनाकर नाबाद रहे। भारत की तरफ से उमेश ने चार विकेट लिए। जाधव को एक विकेट मिला।

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