अंकल मुझे बचा लो…पहलगाम में पीठ पर लादकर बच्चे को बचाने वाले खच्चरवाले की खौफनाक आपबीती पढ़िए

पुलवामा हमले ने इंसानियत को झकोझोर दिया है. दिन दहाड़े आतंकियों ने मानवता को शर्मसार करने वाले घटना को अंजाम दिया. इस घटना के बाद जहां आतंकी भाग गए वहीं स्थानीय लोगों ने लोगों को अस्पताल पहुंचाने में जमकर मदद की.  एक स्थानीय घोड़े वाले का वीडियो सामने आया है जो एक बच्चे को पीठ पर लादकर तेजी से उसे सुरक्षित अस्पताल ले जा रहा है. जानकारी के अनुसार उस शख्स की पहचान साजिद भट्ट के तौर पर हुई है. 

साजिद भट्ट ने बताया कि मैं घर पर बैठा हुआ था. चाची की मौत हुई थी. कई लोग घर पर थे. उसी समय हमारे पोनी एसोसिएशन के अध्यक्ष ने फोन किया कि बैसरन में कोई घटना हुई है. उन्होंने कहा कि हमलोग सभी घोड़े वाले रेस्क्यू के लिए जाएंगे. हमलोग जब वहां पहुंचे तो कुछ लोग और पहुंचे हुए थे. वहां हमलोगों ने लोगों को पानी पिलाया. हमनें उन्हें समझाया की घबराने की जरूरत नहीं है हमलोग आपके भाई हैं. 

सजाद भट्ट ने कहा कि आतंकियों ने इंसानियत का कत्ल कर दिया है. इससे अच्छा वो हमलोगों को मार देते. सबके घर में मातम का माहौल है.  दुकाने सभी बंद हैं. एक हमारे साथी को भी आतंकियों ने मार दिया. जो घायल थे उन्हें हमलोगों ने जैसे तैसे उठाकर अस्पताल पहुंचाया.  आप किसी के भी घर में जाइए पूरा कश्मीर मातम मना रहा है. अब तो हमारा काम धंधा पूरी तरह से चौपट हो गया. 

तीन आतंकियों की हो गई है पहचान

 आतंकी हमले के जिम्मेदार तीन आतंकियों की पहचान कर ली गई है. जम्मू-कश्मीर पुलिस की तरफ से दी गई जानकारी के अनुसार ये तीनों ही लश्कर ए तैयबा के आतंकी है, इनमें से दो पाकिस्तान के हैं. इनकी पहचान हासिम मूसा उर्फ सुलेमान, अली भाई उर्फ तल्हा भाई और आदिल हुसैन ठोकर के रूप में हुई है. मूसा और तल्हा पाकिस्तानी नागरिक हैं. तीनों पर ही पुलिस ने 20-20 लाख रूपए का ईनाम रखा है. जो भी इनके बारे में जानकारी देगा, उसे यह राशि पुलिस के तरफ से दी जाएगी. 22 अप्रैल को पहलगाम में पर्यटकों को निशाना बनाकर किए गए इस कायराना आतंकी हमले में 26 लोगों की मौत हो गई जबकि कई अभी घायल हैं.

हमले के बाद भारत सरकार और सुरक्षा एजेंसियां एक्शन मोड में हैं. भारत ने पाकिस्तान के साथ सिंधु जल संधि पर रोक लगाने का फैसला किया है. पाकिस्तान के साथ राजनयिक संबंधों को कम कर दिया है, दिल्ली में पाकिस्तान उच्चायोग से राजनयिकों और रक्षा बलों के अधिकारियों को निष्कासित कर दिया है. साथ ही पाकिस्तानी नागरिकों को दिए गए सभी वीजा रद्द कर दिए हैं, और उन्हें 48 घंटों में छोड़ने के लिए कहा है. इसने अटारी सीमा चेकपोस्ट को भी तत्काल प्रभाव से बंद कर दिया है और पाकिस्तानी नागरिकों को मिले सार्क वीजा को भी निलंबित करने का निर्णय लिया है.