कांग्रेस ने कहा, मोदी सरकार की नीतियों से चरमराई अर्थव्यवस्था
कांग्रेस के नेताओं ने आरोप लगाया कि मोदी सरकार की गलत आर्थिक नीतियों से देश की अर्थव्यवस्था चरमरा गई है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अच्छे दिनों के वायदे के उलट लोगों की मुश्किलें बढ़ा कर उनका जीना मुहाल कर दिया है। अगर सरकार अब भी नींद से नहीं जागी तो इसके घातक नतीजे देश की जनता को झेलने पड़ेंगे। कांग्रेसी नेता यहां इंदिरा गांधी जन्मशती समारोह में भाग लेने यहां आए थे। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व राज्यसभा सदस्य संजय सिंह और पूर्व केंद्रीय मंत्री जितिन प्रसाद ने साझा पत्रकार वार्ता में मोदी सरकार पर तीखे हमले किए। उन्होंने कहा कि आर्थिक मोर्चे पर विफलता का मुद्दा तो अब विपक्ष से ज्यादा भाजपा के वरिष्ठ नेता यशवंत सिन्हा और सुब्रमण्यम स्वामी उठा रहे हैं।
लेकिन तानाशाह की तरह केंद्र सरकार चला रहे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी किसी की बात सुनने को तैयार नहीं है। सरकार की गलत नीतियों की वजह से बेरोजगारी लगातार बढ़ रही है। नोटबंदी और जल्दबाजी में गलत ढंग से लागू की गई। जीएसटी से कारोबार चौपट हो गए हैं। देश का निर्यात भी लगातार घट रहा है। देश की जीडीपी तीन साल के सबसे निचले स्तर पर पहुंच गई है। जीडीपी गिरने पर वित्त मंत्री अरुण जेटली ने भी चिंता तो जताई है लेकिन उन्हें अपनी आर्थिक नीतियों में कोई खोट नजर नहीं आ रहा है। उन्होंने कहा कि अच्छे दिनों के बजाय आर्थिक मंदी देश के गले पड़ने से लोग हैरान है।
उन्होंने इस बात पर अफसोस जताया कि आर्थिक नीतियों में कोई सुधार करने की बजाय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सिर्फ लच्छेदार भाषण देकर मीडिया की सुर्खियों में बने रहने को ही अपनी सफलता मान रहे हैं। उन्होंने कहा कि समस्याओं से जूझ रही देश की जनता का अब तेजी से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा से मोह भंग होने लगा है। आम लोगों में भाजपा के प्रति आक्रोश साफ दिखाई दे रहा है। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया में लोगों के दिल का दर्द निकलकर बाहर आने लगा है। उन्होंने कहा कि इस समय देश के हालात 1977 जैसे दिख रहे हैं। जब लोगों ने नारे लगाए थे कि ‘आधी रोटी खाएंगे, इंदिरा को वापस लाएंगे’। उन्होंने कहा कि 2019 के चुनाव में कांग्रेस ही भाजपा का विकल्प बनेगी।
जनता अब महसूस करने लगी है कि देश की समस्याओं को हल करने की क्षमता सिर्फ कांग्रेस में है। योगी सरकार पर भी हमलावर होते हुए दोनों कांग्रेसी नेताओं ने कहा कि बनारस हिंदू विश्वविद्यालय की घटनाओं से राज्य की कानून व्यवस्था जग जाहिर हो गई है। उन्होंने कहा कि सुरक्षा की गुहार लगा रही छात्राओं के ऊपर लाठी चलाई। रोमियो विरोधी दलों के जरिए महिलाओं को सुरक्षा देने की सरकार की योजना महज एक प्रचार का हथकंडा है। जिस तरह छात्राओं पर बर्बर लाठीचार्ज हुआ उससे सरकार की असंवेदनशीलता भी उजागर हुई है। उन्होंने कहा कि देश की जनता का लोकतंत्र में अटूट विश्वास है। जनता अपनी वोट की ताकत से ही भाजपा को सबक सिखाने का मन बना चुकी है। कांग्रेस के पूर्व सांसद प्रवीन सिंह ऐरन, जिलाध्यक्ष रामदेव पांडे, शहर अध्यक्ष असलम चौधरी और अजय शुक्ला सहित कई स्थानीय नेता मौजदू थे।