ये बेवकूफ जोकर… ओवैसी ने कैमरे पर पाक PM, आर्मी चीफ को झाड़ा- जानें क्यों कहा नकल के लिए भी अकल चाहिए

ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) नेता और सांसद असदुद्दीन ओवैसी आजकल पूरे फॉर्म में हैं. असदुद्दीन ओवैसी ने मंगलवार को पाकिस्तान के प्रधान मंत्री शहबाज शरीफ और सेना प्रमुख असीम मुनीर को “बेवकूफ जोकर” कहा और ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को लेकर पाकिस्तान के झूठे प्रचार को बेनकाब किया. दरअसल, पाकिस्तान के सेना प्रमुख असीम मुनीर ने पाक प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ को ऑपरेशन बनयान अल-मर्सस का स्मृति चिन्ह भेंट किया था और भारत पर अपनी जीत का दावा किया था. हालांकि बाद में पता चला कि यह तस्वीर 2019 के चीन सैन्य अभ्यास की थी. इसको लेकर असदुद्दीन ओवैसी ने पाकिस्तान पर तीखा प्रहार करते हुए कहा कि चीजों को सही तरीके से कॉपी करने के लिए दिमाग की जरूरत होती है.
इसके बाद ही ओवैसी ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और पाक सेना प्रमुख असीम मुनीर को ‘बेवकूफ जोकर’ बताया. ओवैसी ने जिस स्मृति चिन्ह का जिक्र किया, वह पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ को एक हाई-प्रोफाइल कार्यक्रम में भेंट किया गया था, जिसमें पाकिस्तानी राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी और उप प्रधानमंत्री इशाक डार भी शामिल हुए थे.
ओवैसी ने सभा में कहा, “कल पाकिस्तान के सेना प्रमुख ने राष्ट्रपति और नेशनल असेंबली स्पीकर की मौजूदगी में पाक प्रधानमंत्री को यह फोटो दी. ये बेवकूफ जोकर भारत से प्रतिस्पर्धा करना चाहते हैं. उन्होंने 2019 के चीनी सेना के अभ्यास की एक तस्वीर दी थी, जिसमें दावा किया गया था कि यह भारत पर जीत है. पाकिस्तान यही करता है, वे एक तस्वीर भी ठीक से नहीं दे सकते.”
22 अप्रैल को पहलगाम आतंकी हमले और ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर भारत के कूटनीतिक संपर्क के तहत AIMIM सांसद कुवैत में हैं. यही से उन्होंने पाकिस्तान के शीर्ष नेतृत्व पर उनकी नकल करने की हरकतों के लिए और भी तंज कसा. उन्होंने कहा कि पाकिस्तानी प्रधानमंत्री और उनके सेना प्रमुख को नकल करने के लिए दिमाग की जरूरत नहीं है. हम बचपन में सुनते थे कि ‘नकल करने के लिए अकल चाहिए, नालायकों के पास तो अकल भी नहीं है.”
यह पहला मामला नहीं है जब पाकिस्तान ने भारत के खिलाफ संघर्ष में खुद को बीस साबित करने के लिए दुष्प्रचार का सहारा लिया है. पाकिस्तान के उप प्रधानमंत्री इशाक डार से जुड़ी एक और घटना ने उन्हें शर्मसार कर दिया, जब उन्होंने पाकिस्तानी वायुसेना की प्रशंसा करने के लिए ब्रिटेन के एक दैनिक अखबार में प्रकाशित एक लेख की नकली तस्वीर का इस्तेमाल किया. जब उनकी यह शेखी उनके अपने मीडिया द्वारा पकड़ी गई, तो पाकिस्तानी प्रतिष्ठान दुनिया के सामने हंसी का पात्र बन गया. पाकिस्तान की इस तरह की कई फेक न्यूज पकड़ी गई.
गौरतलब है कि पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में 7 मई को भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में आतंकी बुनियादी ढांचे पर ऑपरेशन सिंदूर के तहत सटीक हमले किए जाने के बाद पाकिस्तानी सेना ने 8, 9 और 10 मई को भारतीय सैन्य ठिकानों पर हमला करने का प्रयास किया. इस्लामाबाद ने तब भारत के सैन्य बुनियादी ढांचे को बड़े नुकसान का दावा किया था, जिसे नई दिल्ली ने दृढ़ता से खारिज कर दिया था.