एलफिंस्टन हादसा: पापा आप आगे चलिए, मैं भीड़ कम होने के बाद आती हूं, बेटी के ‘आखिरी शब्द’ याद कर रो पड़ा पिता
मुंबई के एलफिंस्टन फुटओवर ब्रिज पर शुक्रवार (29 सिंतबर) को मची भगदड़ में 22 लोगों की मौत हो गई जबकि 27 लोग घायल हो गए। हादसे में कई परिवारों ने अपने परिजनों को खो दिया तो कई परिवारों के चिराग ही बुझ गए। हादसे के बाद वहां मौजूद पीड़ितों ने अपनी आपबीती सुनाई। उनमें से एक किशोर वर्पे (57) भी हादसे के वक्त अपनी बेटी (25) श्रद्धा के साथ ब्रिज पर मौजूद थे। किशोर ने बताया कि जब ब्रिज पर भीड़ ज्यादा थी तब बेटी ने कहा, ‘पापा आप आगे चलिए, मैं भीड़ कम होने के बाद आती हूं। लेकिन ये मेरी बेटी के आखिरी शब्द साबित हुए। वो अब कभी लौटकर नहीं आएगी।’ घटना के वक्त किशोर वर्पे सही सलामत ब्रिज पार कर गए थे लेकिन बेटी पीछे ही छूट गई और बाद में उसकी मौत की खबर आई। किशोर के एक रिश्तेदार ने बताया कि घटना के बाद किशोर दोपहर केईएम हॉस्पिटल के शवगृह पहुंचे जहां उन्हें श्रद्धा की लाश मिली।
दूसरी तरफ एक निजी कंपनी में काम करने वाली स्नेहा चौरसिया ने बताया, ‘हादसे के वक्त मैं वहां मौजूद थी। मुझे एलफिंस्टन से चर्चगेट के लिए दूसरी ट्रेन पकड़नी थी। लेकिन बारिश की वजह से ब्रिज पर इतनी भीड़ थी कि लोग अपना हाथ भी नहीं हिला पा रहे थे। लेकिन अचनाक लोग चीखने चिल्लाने लगे। लोग जान बचाने के लिए एक दूसरे को कुचलकर भागने लगे।’
गौरतलब है कि यह हादसा शुक्रवार सुबह करीब 10 बजकर 40 मिनट पर हुआ। उस वक्त बारिश हो रही थी और फुटओवर ब्रिज पर खासी भीड़ थी। पुलिस को संदेह है कि फुटओवर ब्रिज के पास तेज आवाज के साथ हुए शॉट सर्किट के कारण लोगों में दहशत फैल गई और वह भागने लगे। इसी कारण भगदड़ मच गई। बृहन्मुंबई महानगरपालिका के आपदा प्रबंधन नियंत्रण कक्ष के एक अधिकारी ने बताया कि 22 शव परेल के केईएम अस्पताल लाए गए। घायलों को अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।