लंदन: ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी ने 1999 से लगी आंग सान सू की की तस्वीर हटाई, रोहिंग्या का विरोध करने पर उठाया कदम

दुनियाभर में मशहूर लंदन के ऑक्सफोर्ड कॉलेज ने म्यांमार की नेता आंग सान सू की साल 1999 से लगी तस्वीर हटा दी है। यह तस्वीर कॉलेज के मुख्य द्वार पर लगी हुई थी। बताया जा रहा है कि रोहिंग्या मुस्लिमों पर आंग सान सू की द्वारा अमानवीय टिप्पणी करने के बाद यह कार्रवाई की गई है। द गार्जियन के मुताबिक सू की ने 1967 में सेंट ह्युग्स कॉलेज से ग्रैज्युएशन किया था। इस पेंटिंग रूपी तस्वीर को साल 1997 में मशहूर आर्टिस्ट चेन यानिंग ने बनाया था और सू की के पति और ऑक्सफोर्ड में ही प्रोफेसर रहे माइकल एरिस को सौंप दिया था। एरिस की मौत के बाद यह पेंटिंग कॉलेज को सौंप दी गई थी। तब से यह पेंटिंग कॉलेज के मुख्य द्वार पर टंगी थी।

कॉलेज ने एक बयान में कहा था, “कॉलेज को इस महीने की शुरुआत में कुछ नई पेंटिंग्स मिली है, जिसे प्रदर्शनी के लिए लगाया जाएगा। इस दौरान आग सान सू कू की पेंटिंग को हटाकर स्टोर रूम में रखा गया है।”.

अब जब कॉलेज में नए अकैडमिक ईयर की शुरुआत हो रही है तब भी आंग सान सू की की तस्वीर हटाने की असली वजह साफ नहीं हो पाई है लेकिन आमजनों के बीच इस बात की चर्चा है कि रोहिंग्या मुस्लिमों पर आंग सान सू की के अमानवीय बयान के बाद ही उनरकी तस्वीर मेन गेट से हटाई गई है।

गौरतलब है कि दुनियाभर में रोहिंग्या मुसलमानों को लेकर उठ रहे सवालों के बीच संयुक्त राष्ट्र में 1991 की शांति नोबल पुरस्कार विजेता और म्यांमार की स्टेट काउंसलर आंग सान सू की ने कहा था कि हम अंतरराष्ट्रीय दबाव में नहीं आएंगे। उन्होंने कहा था कि म्यांमार सरकार ने जांच में रोहिंग्या और उनके समर्थकों को आतंकी गतिविधियों में शामिल पाया है। उन्होंने यह भी कहा था कि रोहिंग्या पर पुलिस बल का प्रयोग मानवाधिकारों का उल्लंघन नहीं है। उन्होंने रोहिंग्या के बांग्लादेश पलायन को भी सही ठहराया था।

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