अस्पताल की संवेदनहीनता पर बिफरे लोगों ने कर दी डॉक्टर की पिटाई

एलफिंस्टन रोड स्टेशन पर शुक्रवार को मची भगदड़ में मारे गए लोगों के शवों पर सीरियल नंबर चिपकाने के केईएम अस्पताल के कदम से नाराज दो लोगों ने शनिवार को अस्पताल के एक वरिष्ठ डॉक्टर की पिटाई कर दी। वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि यह घटना शनिवार शाम को हुई जब शिवसेना के कार्यकर्ता माने जा रहे दोनों व्यक्तियों ने केईएम अस्पताल के फॉरेंसिक विज्ञान विभाग के प्रमुख की पिटाई कर दी। उन्होंने कहा, ‘दोनों शख्स डॉ. हरि पाठक के केबिन में घुस गए और उनकी पिटाई कर दी। एक आरोपी अपने साथ स्केच पेन लेकर आया था और उसने पाठक के माथे पर कोई नंबर लिखने की कोशिश की।’ अधिकारी के मुताबिक, दोनों आरोपियों के पांच अन्य सहयोगियों की तलाश जारी है। उन्होंने कहा, ‘हमने एक आरोपी के पास से शिवसेना का सदस्यता पहचान-पत्र बरामद किया है।’ पुलिस अधिकारी ने कहा कि आइपीसी की धारा 353, 323, 143, 145 और 149 के तहत दोनों आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।

अस्पताल प्रशासन ने शवों पर नंबर लिखा फोटो एक बोर्ड पर चस्पा कर दिया था। केईएम अस्पताल ने दावा किया था कि यह उपाय ‘अराजकता से बचने’ के लिए किया गया था। इस सिलसिले में डॉ. पाठक ने बीती शाम बयान जारी कर कहा था, ‘यह बेहद अराजक और आपाधापी वाला कार्य हो जाता।’ इसके अनुसार, ‘हमने सभी शवों पर संख्या अंकित कर उनकी तस्वीरें उनके परिजनों को दिखाने के लिए लैपटॉप स्क्रीन पर उन्हें प्रदर्शित कर दिया और फिर इसे बोर्ड पर लगा दिया।’ इसके अनुसार, पोस्टमॉर्टम के बाद संख्या मिटा दी गई। मृतकों के माथे पर नंबर लिखने को लेकर सोशल मीडिया पर जमकर नाराजगी जताई जा रही है और लोग अस्पताल की ‘संवेदनहीनता’ के लिए उसकी खूब आलोचना कर रहे हैं। एक यूजर ने ट्वीट किया, ‘क्या केईएम अस्पताल ने मृतकों की पहचान व उनकी संख्या गिनने के लिए उनके शरीर पर नंबर लिख दिए हैं? कितना भयावह है! कोई सम्मान नहीं!’ एक अन्य ट्विटर पोस्ट में लिखा है, ‘भगदड़ दुखद है! लेकिन मृतकों को लेकर अधिकारियों का बर्ताव उससे कहीं अधिक दुखद है!’

 

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