21 साल पहले आज के दिन नैरोबी में इस बल्लेबाज ने मचाया था गदर, हर कोई रह गया था भौचक्का
शाहिद अफरीदी किसी पहचान के मोहताज नहीं हैं। जब वह फॉर्म में होते थे तो अकेले ही किसी भी टीम की गेंदबाजी की बखिया उधेड़ने का माद्दा रखते थे। लेकिन दुनिया जिस पारी के लिए उन्हें आज भी याद रखती है, वह है सबसे तेज वनडे शतक के लिए, जो उन्होंने आज ही के दिन साल 1996 में श्रीलंका के खिलाफ नैरोबी में बनाया था। मैदान पर उतरते ही इस युवा बल्लेबाज ने चौके-छक्कों की एेसी बारिश की, जिसे देख हर कोई हैरान रह गया। इस मैच में उन्होंने केवल 37 गेंदों में शतक ठोककर वर्ल्ड रिकॉर्ड बना दिया था। उन्होंने दुनिया को दिखाया था कि विश्व क्रिकेट में एक नया सुपरस्टार उभर रहा है।
श्रीलंका के खिलाफ पाकिस्तान पहले बल्लेबाजी करने उतरा। ओपनर सईद अनवर और सलीम इलाही ने सधी हुई शुरुआत दिलाई। दोनों के बीच 60 रनों की साझेदारी हुई, लेकिन इलाही 23 रन बनाकर कुमार धर्मसेना की गेंद पर आउट हो गए। इसके बाद शाहिद अफरीदी बल्लेबाजी करने उतरे और आते ही मैदान पर गदर मचा दिया। हर गेंद को उन्होंने सीमा पार पहुंचाया और 11 छक्कों और 4 चौकों की मदद से 37 गेंदों में शतक ठोक दिया। इस दौरान उनका स्ट्राइक रेट 255 का रहा। अफरीदी 102 रन (40 गेंदें) बनाकर आउट हुए थे। उनकी विस्फोटक पारी की बदौलत ही पाकिस्तानी टीम ने 50 ओवर में 371 रनों का पहाड़ जैसा स्कोर खड़ा किया था और श्रीलंका को उसने 82 रनों से शिकस्त दी थी।
वनडे क्रिकेट में सबसे तेज शतक बनाने वाले शाहिद अफरीदी का रिकॉर्ड 18 साल बाद टूटा। शाहिद अफरीदी के रिकॉर्ड को न्यूजीलैंड के ऑलराउंडर कोरे एंडरसन ने तोड़ा, जिन्होंने वेस्टइंडीज के खिलाफ 2014 में सिर्फ 36 गेंद में सेंचुरी ठोकी थी। हालांकि कोरे एंडरसन के इस रिकॉर्ड को द.अफ्रीकी बल्लेबाज ए बी डिविलियर्स ने एक साल के अंदर तोड़ दिया। उन्होंने वेस्टइंडीज के खिलाफ सिर्फ 31 गेंद में वनडे शतक ठोक था।