सीबीआई के सामने पेश हुए लालू प्रसाद यादव, बोले- सांच को आंच नहीं
राष्ट्रीय जनता दल अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव गुरुवार (5 अक्टूबर) को केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) के सामने पेश हुए। उन्हें रेलवे होटल के मेंटेनेंस कॉन्ट्रैक्ट मामले में पूछताछ के लिए बुलाया गया था। लालू सुबह करीब 10.45 बजे सीबीआई मुख्यालय पहुंचे। उनके साथ उनकी बेटी व सांसद मीसा भारती भी थीं जिनकी जांच शेल कंपनियों के लिए जरिए मनी लॉन्ड्रिंग के एक मामले में प्रवर्तन निदेशालय कर रहा है। सीबीआई ने लालू के बेटे व बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को भी बुलाया है। तेजस्वी शुक्रवार को सीबीआई के सामने पेश हो सकते हैं। पूछताछ के लिए हाजिर होने के पूर्व लालू ने ट्विटर पर ट्वीट कर लिखा, “सच और गुलाब सदा कांटों से घिरे रहते हैं। सांच को आंच नहीं। सत्यमेव जयते।”
सीबीआई ने 3 अक्टूबर को लालू और तेजस्वी यादव के खिलाफ नए समन जारी किए थे। लालू को 26 सितम्बर और तेजस्वी को तीन और चार अक्टूबर के लिए समन जारी किए गए, लेकिन दोनों ने दो हफ्ते का समय मांगा। सीबीआई ने बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और उनके बेटे व पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी को 11 सितम्बर और 12 सितम्बर को पूछताछ करने के लिए सात सितम्बर को भी समन भेजा था।
सीबीआई ने पांच जुलाई को लालू प्रसाद, उनकी पत्नी राबड़ी देवी और बेटे तेजस्वी यादव के खिलाफ 2006 में रांची और पुरी में स्थित आईआरसीटीसी के होटलों को एक निजी कंपनी को आवंटित करने के मामले में अनियमितता बरतने के आरोप में भ्रष्टाचार का मामला दर्ज किया था। आवंटन उस समय हुआ था, जब लालू 2004 से 2009 के बीच रेल मंत्री थे।
सीबीआई ने कहा कि विजय और विनय कोचर की स्वामित्व वाली सुजाता होटल्स कंपनी को रिश्वत के रूप में बिहार में प्रमुख भूखंडों के बदले ठेके दिए गए थे। सीबीआई के मुताबिक, लालू ने गैर-कानूनी रूप से सुजाता होटल्स को लाभ पहुंचाया।
सीबीआई ने आपराधिक षडयंत्र रचने, धोखाधड़ी करने और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया। एजेंसी का दावा है कि रिश्वत का भुगतान राजद सांसद प्रेम चंद गुप्ता की पत्नी सरला गुप्ता के स्वामत्वि वाली एक बेनामी कंपनी के जरिए किया गया।