नौकर ने दान दी थी लालू की पत्नी राबड़ी को जमीन, आईटी ने किया जब्त
आयकर विभाग और सीबीआई लगातार आरजेडी प्रमुख लालू यादव परिवार पर शिकंजा कसते जा रहे हैं। अब जमीन मामले में आयकर विभाग ने लालू यादव की पत्नी और बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी की मुश्किले बढ़ा दी हैं। आयकर विभाग ने जिन तीन संपत्तियों की छानबीन की है उसमें फुलवारी शरीफ मौजा में उनके नाम 2.5 डिसमिल जमीन भी शामिल है। ये जमीन विधान परिषद के कर्मचारी व लालू यादव के घरेलू नौकर ललन चौधरी ने साल 2014 में राबड़ी देवी को दान में दी थी। चौधरी ने ये जमीन एक किसान विष्णुदेव से करीब 30 लाख रुपए में खरीदी थी। इससे पहले आयकर विभाग ललन को पूछताछ के लिए बुला चुका है। उसने बताया कि तब वो लालू की गोशाला में काम करता था और राबड़ी देवी को अपनी बहन मानता था। हालांकि आयकर विभाग का कहना है कि चौधरी की इतनी आय नहीं है कि बड़ी रकम में खरीदी गई जमीन किसी को दान में दे सके।
विभाग को शक है कि दान में देने के लिए जिस जमीन को चौधरी ने खरीदा था उसका भुगतान किसी और ने किया था। वहीं ललन चौधरी ने फरवरी, 2014 में लालू की बेटी को भी 7.5 डिसमिल जमीन दान में दी थी। ये जमीन दानापुर धन्नौत में खरीदी गई थी जिसे चौधरी ने एक अन्य किसान 62 लाख रुपए में खरीदा था। वहीं एक अन्य कर्मचारी ह्दयानंद चौधरी ने भी 7.5 डिसमिल जमीन हेमा को दी थी। इस जमीन को भी 62 लाख रुपए में खरीदा गया है। खबर के अनुसार चौधरी की भी इनकम इतनी नहीं थी कि वो इतनी ज्यादा रकम में खरीदी गई जमीन किसी को दान कर सके। ह्दयानंद एसटीएफ के जलवाहक विंग में काम करता है। इससे पहले लालू की गोशाला में काम करता था। ह्दयानंद आईटी रिटर्न भी फाइल नहीं किया है।
गौरतलब है कि शुक्रवार (9 अक्टूबर) को सीबीआई ने आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव के बेटे तेजस्वी यादव से भ्रष्टाचार के चलते करीब सात घंटे पूछताछ की। तेजस्वी पर लालू के केंद्रीय रेलमंत्री रहते भ्रष्टाचार में लिप्त होने का आरोप है। तेजस्वी पर लालू के कार्यकाल में आईआरसीटीसी के दो होटलों के रखरखाव का ठेका देने में घोटाला होने के मामले में सीबीआई ने उनसे पूछताछ की। लालू की तरह तेजस्वी भी ठीक 11 बजे सीबीआई ऑफिस पहुंच गए थे। इससे पहले इस मामले में लालू बीते गुरुवार को पांच जांच एजेंसियों के सामने पेश हुए थे।