AAP के राज्यसभा उम्मीदवार सुशील गुप्ता 2013 में थे 164 करोड़ की संपत्ति के मालिक
दिल्ली में सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (AAP) ने राज्यसभा की तीन सीटों के लिए अपने उम्मीदवार घोषित कर दिए हैं। इनमें सुशील गुप्ता का नाम भी शामिल है। चार साल पहले 164 करोड़ रुपये की संपत्ति के मालिक रहे सुशील ने पार्टी के कई दिग्गजों को पछाड़ कर AAP की ओर से राज्यसभा का टिकट हासिल करने में सफल रहे हैं। लॉ ग्रैजुएट सुशील ने वर्ष 2013 में कांग्रेस की ओर से चुनाव लड़ा था, लेकिन हार गए थे। सुशील गुप्ता के अलावा पार्टी के संस्थापक सदस्य संजय सिंह और एनडी गुप्ता को भी उम्मीदवार बनाया गया है। दिल्ली में राज्यसभा की तीन सीटें हैं। नामांकन कराने की आखिरी तारीख पांच जनवरी है, जबकि 16 जनवरी को चुनाव होने हैं।
सुशील गुप्ता द्वारा वर्ष 2013 में दाखिलए हलफनामे के मुताबिक उनके पास तकरीबन 30 करोड़ की नकदी थी। उन्होंने अपनी पत्नी के नाम पर विभिन्न बैंकों में डिपोजिट होने का उल्लेख किया था। इसके अलावा सुशील ने ओवरसीज फैशन एक्सपोर्ट लिमिटेड जैसी कंपनियों में तकरीबन दो करोड़ रुपये का निवेश भी कर रखा था। वह करोड़ों की जमीन के भी मालिक हैं। इनमें पांच करोड़, 1.40 करोड़, 1.31 करोड़, 82 लाख और 85 लाख रुपये मूल्य के प्लॉट शामिल हैं। चार साल पहले दाखिल चुनावी हलफनामे के मुताबिक, उस वक्त उनके पास कुल 41.7 करोड़ रुपये मूल्य की जमीन थी। सुशील ने इसमें अपनी आय 1.7 लाख रुपये बताई थी, लेकिन वह कुल 164 करोड़ रुपये की संपत्ति के स्वामी थे। दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने सुशील के नाम की घोषणा करते हुए उनके बारे में जानकारी साझा की। उनके अनुसार, सुशील दिल्ली और हरियाणा में शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में सक्रिय हैं। वह दोनों राज्यों के 14 जिलों में चैरिटेबल स्कूल चलाते हैं।
मालूम हो कि AAP ने राज्यसभा के लिए आरबीआई के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन और पूर्व मुख्य न्यायाधीश टीएस. ठाकुर से भी संपर्क साधा था, लेकिन दोनों ने पार्टी के प्रस्ताव को ठुकरा दिया था। इसके बाद पार्टी नए सिरे से राज्यसभा के लिए तीन उपयुक्त उम्मीदवारों की तलाश में जुट गई थी। AAP ने बुधवार (3 जनवरी) को उम्मीदवारों की घोषणा कर दी। इसके साथ ही पार्टी में कलह भी तेज हो गई है। पार्टी के एक अन्य संस्थापक सदस्य कुमार विश्वास ने खुद को राज्यसभा भेजने के लिए खुले तौर पर मांग की थी। लेकिन, संजय सिंह के अलावा दोनों उम्मीदवार पार्टी से बाहर के हैं।