कच्‍छ यूनिवर्सिटी में ABVP की गुंडागर्दी, डिपार्टमेंट हेड के चेहरे पर कालिख पोती

गुजरात की कच्छ यूनिवर्सिटी में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) की गुंडई सामने आई है। बुधवार (27 जून) सुबह एबीवीपी के 15-20 कार्यकर्ताओं ने साइंस डिपार्टमेंट के हेड के चेहरे पर कालिख पोत दी। एबीवीपी की गुंडगर्दी से घटनास्थल पर अफरा-तफरी का माहौल बन गया था। आनन-फानन में इस बारे में पुलिस को सूचित किया गया, जिसके बाद आरोपियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है।

न्यूज एजेंसी एएनआई के अनुसार, डिपार्टमेंट हेड एक चुनाव संबंधी समिति के अध्यक्ष भी है। यह घटना भुज स्थित कच्छ यूनिवर्सिटी के सीनेट चुनावों से ठीक पहले हुई है। यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर ने इस बाबत इसकी कड़ी निंदा की है। उन्होंने कहा है कि वह एबीवीपी की गुंडई की भर्त्सना करते हैं। साथ ही उन्होंने मामले की जांच कराने की मांग उठाई।

एबीवीपी के कार्यकर्ताओं ने डिपार्टमेंट हेड पर छात्र चुनाव में धांधली करने का आरोप लगाया है। दावा है कि अगले महीने होने वाले सीनेट चुनाव में से कई छात्रों के नाम काट दिए गए। वे इसी को लेकर गिरीन बख्शी के पास पहुंचे थे। मगर दोनों पक्षों के बीच बातचीत बहस में बदल गई और बवाल के दौरान एबीवीपी के कार्यकर्ताओं ने प्रोफेसर के चेहरे पर कालिख पोत दी।

एबीवीपी के कार्यकर्ताओं ने डिपार्टमेंट हेड पर छात्र चुनाव में धांधली करने का आरोप लगाया है। दावा है कि अगले महीने होने वाले सीनेट चुनाव में से कई छात्रों के नाम काट दिए गए। वे इसी को लेकर गिरीन बख्शी के पास पहुंचे थे। मगर दोनों पक्षों के बीच बातचीत बहस में बदल गई और बवाल के दौरान एबीवीपी के कार्यकर्ताओं ने प्रोफेसर के चेहरे पर कालिख पोत दी।

वीसी सीबी जडेजा ने आगे बताया, “एबीवीपी के कार्यकर्ताओं की ओर से किए गए इस हमले की जानकारी पुलिस को फोन पर दी गई थी। मैंने पहले ही यूनिवर्सिटी की कार्यकारी परिषद की बैठक बुलाई है। नियमों के मुताबिक आरोपियों के खिलाफ इस मामले में कानूनी कार्रवाई की जाएगी।” पुलिस ने इस घटना के बाद यूनिवर्सिटी कैंपस में सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद कर दी है।

उधर, कालिख पोते जाने के बाद बख्शी को अस्पताल ले जाया गया। कारण- जो कालिख उन पर पोती गई थी, उसमें कुछ ज्वलनशील पदार्थ थे। खाल पर कालिख के कारण उन्हें तेज जलन की शिकायत हुई, लिहाजा उन्हें डॉक्टर के पास जाना पड़ा। फिलहाल उनका इलाज किया जा रहा है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *