हत्या के आरोप में उम्रकैद की सजा के बाद फरार दोषी 37 साल बाद अयोध्या के एक मठ से गिरफ्तार
पटना पुलिस ने उम्रकैद की सजा के बाद से फरार चल रहे दोषी सुरेश सिंह को उत्तर प्रदेश के अयोध्या के एक मठ से गिरफ्तार किया है। 37 साल से आरोपी पुलिस को चकमा देकर छिपा हुआ था। 27 नवंबर, 1981 में आरोपी ने सुगन सिंह नामक व्यक्ति की हत्या की थी, जिसके बाद पटना हाईकोर्ट ने सुरेश सिंह के खिलाफ अरेस्ट वारंट जारी किया था। आरोपी सुरेश सिंह अपनी पहचान छिपाकर अयोध्या के साकेत मठ में रह रहा था। इस मामले पर बात करते हुए बिहटा पुलिस थाने के एसएचओ रंजीत कुमार सिंह ने बताया कि सुरेश सिंह ने 1981 में हत्या की थी और तब से ही वह फरार चल रहा था।
इस मामले में पटना हाईकोर्ट ने पटना पुलिस को आरोपी को पकड़ने के लिए निर्देश जारी किया हुआ था। पुलिस सूत्रों के अनुसार, पुलिस ने आरोपी को कई जगह ढूंढा, लेकिन उन्हें नहीं पता चला कि आरोपी कहां छिपा है। इतना ही नहीं, आरोपी के परिवार वाले और गांव के लोगों को भी उसके बारे में कोई जानकारी नहीं थी। 1981 में जब सुगन सिंह की हत्या के जुर्म में आरोपी को स्थानीय कोर्ट ने उम्रकैद की सजा सुनाई थी, तब वह अपने गांव से भाग गया था। पटना हाईकोर्ट के निर्देश के बाद पटना सुपरिटेंडेंट ने सुरेश को पकड़ने के लिए एक टीम का गठन किया, जिसका नेतृत्व एसएचओ रंजीत सिंह और एएसआई सुशांत कुमार मंडल ने किया।
मामले की जांच-पड़ताल करने के बाद पुलिस ने पाया कि आरोपी बिहार में नहीं है और अब वह उत्तर प्रदेश के फैज़ाबाद में रह रहा है। पटना पुलिस ने यूपी पुलिस के साथ आरोपी की जानकारी साझा की, जिसके बाद पता चला कि आरोपी अयोध्या में है। यूपी पुलिस की मदद से पटना पुलिस ने अयोध्या के साकेत मठ से सुरेश की गिरफ्तारी की। सोमवार को आरोपी को गिरफ्तार किया गया और फिर उसे बिहार ले आया गया। इतना ही नहीं, पुलिस को पता चला है कि साकेत मठ के महंत कुछ सालों से लापता हैं और सुरेश की इस मामले में अहम भूमिका है। इस मामले में आयोध्या पुलिस थाने में सुरेश के खिलाफ शिकायत दर्ज की गई है और मामले की जांच की जा रही है।