रेपिस्ट से बचकर आई नाबालिग पीड़िता को पुलिस ने मदद के लिए कड़कड़ाती ठंड में कराया 7 घंटे का इंतजार

आजतक न्यूज़ की एक रिपोर्ट के अनुसार पश्चिम बंगाल की रहने वाली एक नाबालिग पीडिता रेपिस्ट के चंगुल से तो बचकर निकालने का साहस दिखलाया और वो बचकर जब फरीदाबाद पुलिस की शरण मे मदद के लिए गई तो वहाँ की असंवेदनशील पुलिस ने शुक्रवार की रात मदद के लिए थाने पहुंची 15 वर्षीय पीड़िता को मदद पहुंचाने की बजाय कड़कड़ाती ठंड में 7 घंटे इंतजार करवाया.

कथित तौर पर रेपिस्ट के चंगुल से बचकर आई पीड़िता के प्रति सराय ख्वाजा पुलिस थाने के शो ने जरा भी सहानूभूति नहीं दिखाई और मदद के लिए भी आगे नहीं आए. इतना ही नहीं पूरे दिन पुलिस हेल्पनाइन नंबर 100 भी बेकार रहा.

पश्चिम बंगाल के दिनाजपुर की रहने वाली पीड़िता ने ‘आजतक’ को बताया कि एक साल पहले उसकी एक 17 वर्षीय लड़के से दोस्ती हुई थी और वह उसी के साथ भागकर यहां पहुंची थी . पीड़िता ने बताया कि लड़के ने उससे शादी का वादा किया था.

पीड़िता के बयान के अनुसार, “उसने मुझसे शादी का वादा किया और भगाकर फरीदाबाद में अपने एक रिश्तेदार के यहां लाया. हम शुक्रवार की शाम यहां पहुंचे. इसके बाद उसने मुझसे कहा कि वह मुझे दक्षिण पूर्वी दिल्ली में गोविंदपुरी लेकर जाएगा.”

पीड़िता के अनुसार, जिस लड़के के साथ वह भागकर फरीदाबाद आई थी वह कहीं चला गया. लड़के अनुपस्थिति में उसके रिश्तेदार ने पीड़िता का रेप करने की कोशिश की. पीड़िता किसी तरह रिश्तेदार के चंगुल से भागने में सफल रही और वह भागकर एक पॉश कॉलोनी में पहुंची.

पीड़िता ने बताया कि उसने शुक्रवार की आधी से अधिक रात अशोक एंक्लेव पार्ट 3 के बाजार में घूमते हुए गुजारी. शनिवार को तड़के वह कनिष्का रेजिडेंसी पहुंची, जहां तैनात सिक्योरिटी गार्ड ने उसे ठंड से बचने के लिए कंबल दिया.

पीड़िता की आपबीती सुनने के बाद सिक्योरिटी गार्ड ने पुलिस को सूचित किया. लेकिन सराय ख्वाजा के शो ने लड़की की मदद करने की बजाय सिक्योरिटी गार्ड से कहा कि लड़की को कॉलोनी से बाहर निकाल दे .

लेकिन कनिष्का रेजीडेंसी में रहने वाले कुछ लोगों को जब घटना के बारे में पता चला तो उन्होंने 52 वर्षीय सिक्योरिटी गार्ड रामायण गुप्ता को रिक्शा कर लड़की के साथ जाकर उस लड़के की तलाश करने के लिए कहा, जिसके साथ भागकर वह यहां आई थी.

सिक्योरिटी गार्ड ने तीन घंटे की तलाश के बाद लड़के को पकड़ लिया और लड़की ने भी उसे पहचान लिया. फिर दोनों को वापस कनिष्का रेजीडेंसी लाया गया. आजतक के रिपोर्टर ने महिला अधिकारों के लिए काम करने वाले NGO शक्ति वाहिनी को सूचित किया.

NGO वालों ने पीड़ितो को अपने साथ लिया और फरीदाबाद में बाल कल्याण समिति (कवक) को सौंप दिया. इसके बाद फरीदाबाद पुलिस को मामले में कार्रवाई के लिए दबाव बनाया गया. प्रारंभिक जांच के दौरान पता चला कि लड़का पहले से शादीशुदा है.

बंगाल में लड़की के परिवार वालों ने लड़के के खिलाफ किडनैपिंग का केस दर्ज करवाया है. शक्ति वाहिनी के कोफाउंडर ऋषिकांत ने कहा कि इस केस में मानव तस्करी के एंगल से इनकार नहीं किया जा सकता. उन्होंने कहा कि इस बात की पूरी संभावना है कि मानव तस्करों ने लड़के को बहकाया हो कि लड़की को भगाकर ले आए.

इस बीच पश्चिम बंगाल पुलिस दर्ज फिर पर कार्रवाई करते हुए लड़के को गिरफ्तार करने फरीदाबाद के लिए निकल चुकी है. वहीं पीड़िता फरीदाबाद में कवक के पास सुरक्षित है.

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