दिल्ली- अपनी पत्नी व बेटे की हत्या कर खुद भी जान दे दी
छावला इलाके के श्याम एंक्लेव कॉलोनी में एक प्रापर्टी डीलर ने अपनी पत्नी व बेटे की हत्या कर खुद भी जान दे दी। मृतक की पहचान 38 साल के अजय, 35 साल की मंजू और आठ साल के मगन के रूप में हुई। इस घटना में अजय की बेटी बच गई जिसका नजफगढ़ स्थित विकास अस्पताल के आइसीयू में इलाज चल रहा है। घटना स्थल से पुलिस को अजय का लिखा सुसाइड नोट भी मिला है। जिसमें उन्होंने लिखा है कि वह अपने बड़े भाई की मौत के बाद से तनाव में हैं। पुलिस मामले की तहकीकात में जुटी है। द्वारका जिला पुलिस उपायुक्तशिबेश सिंह के मुताबिक पुलिस पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रही है ताकि मौत के सही कारण का पता लगाया जा सके। अजय श्याम एंक्लेव के गली नंबर-पांच स्थित बी-161 नंबर के प्लॉट में रहते थे। वह प्रॉपर्टी का कारोबार करते थे। उसके बड़े भाई महावीर ने फौज से सेवानिवृत्त होने के बाद डेढ़ साल पूर्व खुदकुशी कर ली थी। अजय के मकान में ही इनकी मां भी रहती है। शनिवार रात 11.30 बजे अजय खाना खाने के बाद अपने कमरे में सोने चले गए।
रात को इनकी बेटी दादी के पास आई और उसने कहा कि उसका दम घुट रहा है। इसके बाद वह दादी के साथ ही कमरे में सो गई। थोड़ी देर बाद उसे उल्टी भी हुई। सुबह अजय का भतीजा मोटरसाइकिल की चाबी मांगने जब उनके कमरे में आया तो उसने देखा कि बेड पर चाची और मगन बेसुध पड़े थे और चाचा अजय फांसी लगाए हुए थे। चिल्लाते हुए वह कमरे से बाहर निकला और पड़ोसियों को मामले की जानकारी दी। पड़ोसी जब आए तो उन्होंने देखा कि दूसरे कमरे में सो रही अजय की बेटी भी बेसुध है। आनन-फानन में सभी को नजदीक के अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां डॉक्टरों ने अजय, मंजू और मगन को मृत घोषित कर दिया। पुलिस को शुरुआती जांच में अजय व मंजू के गले पर रस्सी के निशान मिले हैं। वहीं मगन का शरीर नीला पड़ा था। पुलिस के मुताबिक इस बात की आशंका है कि मंजू की हत्या रस्सी से गला घोंटकर की गई फिर मगन को जहर दे दिया गया। हालांकि मौत के सही कारणों का पता पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से ही चलेगा। दूसरी ओर अजय की बेटी अभी बयान देने की स्थिति में नहीं है। उसके बयान से भी पुलिस को मामला सुलझाने में मदद मिलेगी।