उत्तर प्रदेश में कर्ज माफी के बाद भी किसानों से वसूले ब्याज सहित पैसे
मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ के नेतृत्व वाली यूपी की योगी सरकार चुनावों से पहले किसानों के कर्जमाफी के वादा ठीक से पूरा नहीं कर पा रही है। राज्य में किसानों से कर्ज लिया गए पैसे का ब्याज वसूला जा रहा है। हिन्दुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, रेहडारा गांव के रहने वाले 45 वर्षीय विनोद कुमार, 16 फरवरी, 2016 को पंजाब नेशनल बैंक की कैली रामपुर ब्रांच से खेती के लिए कर्ज लिया था। पिछले साल भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के नेतृत्व वाली सरकार ने किसानों का कर्ज माफ कर दिया था, जिस स्कीम में किसान विनोद कुमार भी आता था।
रिपोर्ट के अनुसार, कुमार ने बताया कि उसने एक लाख रुपए का कर्ज लिया था, जिसमें से केवल 74 हजार रुपए ही माफ किए गए और 26 हजार रुपए उससे ब्याज के तौर पर वसूल लिए गए। इसी तरह साल 2014 में किसान भाई विजय शर्मा और अशोक शर्मा ने किसान क्रेडिट कार्ड के जरिए आलू की खेती करने के लिए सवा लाख रुपए कर्ज लिया था। पहले उनकी खेती सूखे के कारण खराब हो गई और फिर तूफान के कारण खेती नष्ट हो गई।
इस पर किसान विजय शर्मा ने कहा, “खेती के खराब हो जाने के कारण मैं काफी परेशान हो गया था क्योंकि लोन के साथ-साथ उसपर ब्याज भी जुड़ गया था, जिसके बाद बैंक को चुकाने वाली राशी 1.85 लाख रुपए हो गई थी। मैं पूरी तरह से कर्जमाफी पर निर्भर था लेकिन कई महीनों इंतजार करने के बाद मेरा कुल 65 हजार रुपए कर्ज माफ किया गया। अब मुझे बैंक का एक लाख रुपए से ज्यादा पैसा चुकाना है और बैंक पैसे लौटाने के लिए दवाब बना रहे हैं।” इन दो केसों से पता चलता है कि योगी सरकार द्वारा लागू की गई कर्जमाफी स्कीम नाकाम रही है, जिसका फायदा किसानों को नहीं मिल पा रहा है। बीजेपी सरकार ने विधानसभा चुनावों के समय किसानों से जो वादा किया था, वह सत्ता में आने के बाद उसे पूरा नहीं कर पा रही, जिसके कारण किसान काफी परेशान हैं।