आकाश में बस 100 मीटर के फासले पर आमने-सामने थे दो प्लेन, जानें कैसे बचाई गई यात्रियों की जान

मुंबई हवाई क्षेत्र में उस वक्त एक बड़ी दुर्घटना टल गई जब विस्तारा का एक विमान खतरनाक ढंग से एअर इंडिया के एक विमान के काफी करीब आ गया। इस नाजुक मौके पर एअर इंडिया की पायलट अनुपमा कोहली ने बेहद समझदारी से काम करते हुए विमान को तुरंत मोड़ने में सफल रही है। जिसकी वजह से दुर्घटना टल गई। दोनों विमानों में कुल 261 यात्री सवार थे। विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (एएआईबी) ने इस मामले की जांच शुरू कर दी है। सात फरवरी को, 152 यात्रियों को लेकर दिल्ली से पुणे जा रहे विस्तारा का यूके-997 विमान, 109 यात्रियों को लेकर भोपाल के लिए उड़ान भरने वाला एअर इंडिया का एआई 631 विमान के काफी करीब आ गया था, जब दोनों विमान सिर्फ 100 फीट की दूरी पर था। एअर इंडिया विमान की कैप्टन ने अपनी रिपोर्ट में लिखा है कि विमान केवल 100 फीट दूर था जिसके तुरंत बाद इसे सुरक्षित ढंग से दूर ले जाया गया।

एक अधिकारी ने बताया कि स्वचालित अलर्ट मशीन द्वारा दोनों विमानों के पायलटों को विमानों के समीप आने के बारे में जानकारी मिली, जिसके बाद यह टक्कर टल गई थी। एयरलाइन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि अलर्ट बजने के बाद तुरंत एअर इंडिया विमान के कमांडर ने तेजी से पहल करते हुए अपने विमान को सुरक्षित ढंग से दूर ले गये। विस्तारा ने भी इस घटना की पुष्टि की है और कहा है कि जांच चलने तक अपने दोनों पायलटों को हटा दिया है। विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (एएआईबी) ने इस मामले की जांच शुरू कर दी है। रिपोर्ट्स के मुताबिक विमान एक दूसरे से महज कुछ ही सेकेंड की दूरी पर थे। विस्तारा का प्लेन अपने निर्धारित 29 हजार फीट की ऊंचाई से 27,100 फीट की ऊंचाई पर उतर रहा था। इसी दौरान एअर इंडिया का एक विमान उसी ऊंचाई पर विपरित दिशा में आ रहा था। टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक हादसे के वक्त एयर ट्रैफिक कंट्रोल और विस्तारा कॉकपिट में कुछ समन्वय की कमी हुई। विस्तारा में उस वक्त एक महिला को पायलट विमान कंट्रोल कर रही थी। जबकि विमान का पायलट टॉयलेट ब्रेक पर था।

इसी दौरान एअर इंडिया के विमान को कंट्रोल कर रहीं अनुपमा कोहली ने गजब की समझदारी दिखाई। जब उन्होंने देखा कि विस्तारा का फ्लाइट उनके विमान की ओर आ रहा है तो वह भौचक रह गईं। इस दौरान अनुपमा एटीसी और यूके 997 के को पायलट के बीच हुई बातचीत को सुन पा रही थीं। जब एटीसी ने विस्तारा के पायलट से पूछा कि आप इस लेवल पर कैसे पहुंच गईं तो विस्तारा की महिला को पायलट ने कहा कि आपने ही मुझे इस लेवल पर आने को कहा था। अनुपमा पूरी बात को ध्यान से सुन रही थीं। तभी उन्होंने देखा कि विस्तारा का प्लेन उनके बाईं ओर उनकी तरफ बढ़ रहा है। इसके बाद कैप्टन अनुपमा कोहली के कॉकपिट का रेड सिग्नल बजने लगा। यह एक इमरजेंसी की निशानी थी। कॉकपिट में आवाज आने लगी, ‘क्लाइम्ब, क्लाइम्ब क्लाइम्ब’ । कैप्टन कोहली ने बिना देर किये अपने प्लेन को दाहिनी ओर ले गईं और विस्तारा के आगे जाने का रास्ता साफ हो गया। अगर कैप्टन कोहली महज कुछ सेकेंड देर करतीं तो नतीजा बेहद गंभीर हो सकता था। कैप्टन कोहली को 20 साल से ज्यादा का अनुभव है।

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