एयरहोस्टेस ने बीजेपी एमएलसी पैर छूकर बेटों पर छेड़खानी का केस वापस लेने से किया इनकार

बिहार विधानपरिषद के सदस्य और पूर्व सभापति अवधेश नारायण सिंह के बेटों पर छेड़खानी, जान से मारने की कोशिश करने और मारपीट के आरोप लगाने वाली एक निजी एयरलाइन की एयरहोस्टेस ने वरिष्ठ बीजेपी नेता से मुलाकात कर उनके पैर छूए और आशीर्वाद मांगा। कहा जा रहा कि एयरहोस्टेस ने मामला सुलझाना के लिए बीजेपी नेता से मुलाकात की। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पीड़िता ने बीजेपी एमएलसी के दो बेटों सुशांत रंजन और प्रशांत रंजन के खिलाफ दर्ज कराए मामले को वापस लेने से मना किया है। न्यूज ने 18 पीड़िता से हुई बातचीत के आधार पर लिखा है कि एयरहोस्टेस मंगलवार (22 मई) की रात खुद ही अवधेश नारायण सिंह से मिलने पहुंची। एयरहोस्टेस ने पूर्व सभापति के पैर छुए और माफी मांगी। पीड़िता ने कहा कि बेटों के दोष के लिए पिता को जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता। समाचार चैनल से पीड़िता ने 16 मई की घटना के मामले को आगे नहीं बढ़ाने की बात कही, लेकिन एफआईआर वापस लेने से भी इनकार किया।

बता दें कि 24 वर्षीय एयरहोस्टेस ने अवधेश नारायण सिंह के बेटों सुशांत रंजन और प्रशांत रंजन के खिलाफ छेड़खानी, जान से मारने की कोशिश करने और मारपीट के आरोपों के तहत महिला पुलिस में मामला दर्ज कराया था। पीड़िता ने आरोप लगाया था कि बीजेपी एमएलसी के बेटों ने अपने पिता के सरकारे बंगले पर उसे बुलाया था, जहां उसका यौन शोषण करने की कोशिश की। विरोध जताने पर बीजेपी नेता के बेटों ने उसके साथ मारपीट की और जान से मारने की भी कोशिश की। पुलिस में दर्ज शिकायत के मुताबिक पीड़िता और बीजेपी नेता का बड़े बेटा सुशांत सिंह पहले से परिचित हैं। बीजेपी नेता ने भी मीडिया को बताया कि आरोप लगाने वाली लड़की और उनका बेटा साथ में पढ़ते रहे हैं।

पीड़िता ने आरोप लगाया था कि सुशांत और प्रशांत दोनों ने उसे शादी के लिए अलग-अलग प्रस्ताव दिया, जिसे उसने इनकार कर दिया था, जिसके बाद उसके साथ मारपीट की गई। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक एयरहोस्टेस के बीजेपी एमएलसी से मुलाकात करने के बाद मामला के सुलझने के कयास लग रहे हैं, क्योंकि अवधेश नारायण सिंह ने मीडिया से कहा है कि बेटों से गलती हुई है, लेकिन एयरहोस्टेस के प्रति उनकी हमदर्दी है। उन्होंने कहा कि लड़की उन्हें आज अपने पिता जैसा बता रही है, इसलिए उनका दायित्व है कि मामले को सुलझा लें और आगे न बढ़ने दें।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *